: युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर बुलाया गया था पत्रकारों को : रेवाड़ी। जिले के सभी पत्रकारों को जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी द्वारा मंगलवार को दोपहर पश्चात 3 बजे के लगभग एक ई-मेल द्वारा निमंत्रण प्राप्त हुआ, जिसमें लिखा हुआ था कि स्थानीय लोकनिर्माण विश्राम गृह में मंगलवार को सांय 4 बजे प्रदेश कांग्रेस के युवा प्रदेश अध्यक्ष चिरंजीवराव एक पत्रकार वार्ता आयोजित करेंगे। अपने समाचारों का कीमती समय छोड़कर जिले के कुछ पत्रकार प्रदेश अध्यक्ष की पत्रकार वार्ता में भाग लेने के लिए लोकनिर्माण विश्राम गृह में पहुंचे।
वहां पर उन्हें पता चला कि यह पत्रकार वार्ता युवा प्रदेश अध्यक्ष चिरंजीव राव द्वारा नहीं बल्कि किन्हा मौर्या एंटरटेनमेंट के सदस्यों द्वारा बुलाई गई है, जो कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं। उनमें से एक युवक का नाम प्रकाश श्रीवास्तव व दूसरे का नाम अजय किन्हा बताया गया, जिन्होंने पत्रकारों को प्रेस नोट के साथ-साथ 500 रुपए का नोट लिफाफे में बंद करके थमा दिया। जब पत्रकार उठकर जाने लगे तो उनमें से एक पत्रकार ने लिफाफे को खोल लिया, जिसमें 500 रुपए का नोट रखा हुआ था। पत्रकारों को रुपए देकर समाचार छपवाने के नाम पर हंगामा हो गया। पत्रकारों ने तुंरत ही उनकी खिंचाई कर डाली, जिस पर उन्होंने कहा कि मुंबई व अन्य शहरों में जब वे पत्रकार वार्ता करते है, तो इसी प्रकार पत्रकारों का मान-सम्मान रखने के लिए ऐसा करते है, जिस पर सारे पत्रकारों ने उन्हें लिफाफे लौटा दिए व चलते बने।
पत्रकारों में इस बात का भारी रोष था कि जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ने उन्हें गलत बरगलाया है। युवा प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर यह ड्रामा रचा है, जिसकी आगे भी शिकायत की जाएगी। पत्रकारों में इस बात की जोरों से चर्चा है कि जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की खबरों या निमंत्रण को पत्रकारों को भेजे। वह केवल जिला प्रशासनिक अधिकारी, मंत्री, विधायक व सांसद की खबरों को ही भेज सकता है।
क्या कहते हैं डीआईपीआरओ : जब इस बाबत संवाददाता ने जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सूरजभान से बात की तो उन्होने कहा कि वे सत्तारूढ़ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं युवा प्रदेश अध्यक्ष के निमंत्रण को भेज सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्वयं चिरंजीव राव का उनके पास फोन आया था, जिन्होंने पत्रकार वार्ता में आने की बात कही थी। वहां पर पैसे बांटने के मामले का उन्हें कुछ भी नहीं पता है। जो व्यक्ति वहां पर मौजूद थे, वे चिरंजीव राव के ही यूथ डेलिगेशन के सदस्य व मित्र थे।
रेवाड़ी से महेंद्र भारती की रिपोर्ट.