ऐसा कम ही होता है लेकिन इस बार हो गया. और, स्ट्रिंगर ने साबित किया कि वह आज भी ईमानदार है, उनके मीडिया मालिक बेइमान. भूखे मरेंगे….. लेकिन दाग नहीं लगने देंगे…… मामला बहराइच के अजय शर्मा से जुड़ाहै ….इनके नाम से 5,500/- की जगह पर 60,000 /- का चेक आ गया…और वो चेक स्ट्रिंगर के अकाउंट में क्लिअर भी हो गया …..जब कुछ समय बाद क्लियरेंस की रुटीन में आने वाली मेल से जानकारी आफिस को मिली और हिसाब मिलाया गया तो हड़कंप मच गया….
उस समय स्ट्रिंगर यूपी से बाहर अपने ससुराल गया था और मोबाइल आफ था… इस बीच अकाउंट हेड की ऊपर से खूब मारी जा चुकी थी …वापस आने पर आफिस का घबराया अकाउंट हेड घिघियाने लगा… स्ट्रिंगर ने पूरी जानकारी लेने के बाद उस रकम से 5,500/- काट कर आफिस के अकाउंट में 54,500/- रूपये वापस डाल दिया…. अब उसी कम्पनी के बारे में एक और किस्सा सुन लें. कुछ दिनों पहले गाजीपुर के एक स्ट्रिंगर ने अपने पुराने बिलों के बारे में अकाउंट सेक्सन में कॉल किया तो फोन उठाने वाले व्यक्ति ने तपाक से कहा- 500/- की जगह 300/- के हिसाब से बिल बना कर भेज दो तो पेमेंट हो जायगा…. ये है कम शब्दों में मीडिया हाउसों की कहानी…. कुछ तो खबर भी ले लेते है पेमेंट तक नहीं करते…
नोएडा के एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए मेल पर आधारित.