नई दिल्ली: एक सीबीआई अधिकारी ने 2 जी स्पेक्ट्रम मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की एक अदालत से कहा कि पूर्व कॉरपोरेट लॉबीइस्ट और मामले में अभियोजन पक्ष की गवाह नीरा राडिया ने टैप की गई 61 टेलीफोन बातचीत में अपनी आवाज की पहचान की है। सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक राजेश चहल ने कहा कि रिकॉर्ड की गई बातचीत 12 मई 2011 को राडिया के आवास पर उनके सामने सुनी गई और उन्होंने अपनी आवाज के साथ-साथ जिन लोगों के साथ वह बातचीत कर रही थीं उनके आवाज की पुष्टि की थी।
अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर गवाही दे रहे चहल ने विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओ पी सैनी से कहा, ‘‘मुझे आवाज पहचान सह ट्रांसकिप्शन मेमो दिखाया गया है। जांच अधिकारी विवेक प्रियदर्शी के निर्देश पर मैं केनरा बैंक के दो गवाहों और एसआई आलोक कुमार के साथ आधिकारिक लैपटॉप के साथ 12 मई 2011 को नीरा राडिया के आवास पर गया और टैप की गई 61 बातचीत की लिखित प्रतिलिपि पहले ही तैयार कर ली है।’’
चहल ने कहा, ‘‘इन 61 कॉल में रिकॉर्ड की गई बातचीत की सॉफ्ट कॉपी भी उस लैपटॉप में है। वह कथित रिकॉर्ड की गई बातचीत उनकी (राडिया की) मौजूदगी में उनके निवास स्थान पर आधिकारिक लैपटॉप पर बजाई गई। साथ ही उसे उपरोक्त गवाहों और अन्य सदस्यों की मौजूदगी में भी बजाया गया। चहल ने कहा कि राडिया ने उस रिकार्ड की गई बातचीत के लिखित विवरण में ‘थोड़ा सुधार’ किया और उनके आवास पर लगे प्रिंटर से उसका प्रिंट लिया गया।
उन्होंने कहा, नीरा राडिया ने कॉल को सुनने के बाद लिखित विवरण से उसका मिलान किया था और अपनी आवाज के साथ-साथ जिन लोगों के साथ उन्होंने बातचीत की थी उनके आवाज की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा, नीरा राडिया द्वारा बातचीत के लिखित विवरण में कुछ सुधार के बाद उसका उनके घर पर लगे प्रिंटर से प्रिंट निकाला गया। उन्होंने कहा कि बातचीत के सभी 61 लिखित विवरणों पर नीरा राडिया और उस वक्त वहां मौजूद अन्य लोगों के हस्ताक्षर लिए गए।