Saleem Saifi : मीडिया के टॉप बोस्सेस ने उत्तर प्रदेश की आई.ए. एस अधिकारी दुर्गा नागपाल को सुपर हॉट टी.आर.पी के तौर पर इस्तेमाल कर डाला था मगर हमारे पुराने साथी और होनहार पत्रकार राजेश वर्मा की हत्या को स्क्रॉल में बड़ी ही मुश्कील से जगह दी… आखिर क्यों ..क्या एक जमीनी फील्ड पत्रकार की हसियत एक स्क्रॉल से भी कम है….. मुज़फ्फरनगर से आई.बी.एन 7 चैनल को अपनी सेवाए देने वाले होनहार पत्रकार राजेश वर्मा की हत्या पर मीडिया बॉस आशुतोष और आई.बी.एन.7 चैनल की कोई ज़िम्मेदारी नहीं बनती..
बनती है, मगर मानते नहीं क्योकि राजेश वर्मा आई.ए.एस अधिकारी दुर्गा नागपाल की तरह सुपर हॉट टी.आर.पी नहीं बन सकता..शर्म आनी चाहिए उन मीडिया बोस्सेस को जो सुपर हॉट टी.आर.पी के चक्कर में अपना दायित्व भूल जाते हैं ..जिम्मेदारी भूल जाते हैं..धर्म भूल जाते हैं …बिना मुद्दे को मुद्दा बना देते हैं किसी को भी, बर्बाद कर देते हैं… मगर जमीनी पत्रकार की कुर्बानी को क़ुरबानी नहीं मानते …. अगर मीडिया बॉस आशुतोष और आई.बी.एन.7 चैनल को संवेदना का ज़रा भी ख्याल हो तो पत्रकार राजेश वर्मा के आश्रितों को नौकरी देने के साथ साथ 50 लाख की आर्थिक सहायता दें…
ये शायद नामुमकिन हो, ऐसा भी हो सकता है मीडिया बॉस आशुतोष और आई.बी.एन.7 चैनल पत्रकार राजेश वर्मा से ये कह कर अपना पल्ला झाड लें कि वो हमारा नियमित कर्मचारी नहीं था. सुपर हॉट टी.आर.पी मीडिया बोस्सेस अपनों को ही बड़ी मुशिकल से स्क्रॉल में जगह दे पाते हैं.. वो ये भूल जाते है कि कभी वो भी इंसानियत के दुश्मनों का शिकार बनकर स्क्रॉल में जगह पाने के पात्र बन सकते हैं…. अल्लाह ..पत्रकार राजेश वर्मा और पत्रकार इकरार की आत्मा को शांति दे..
पत्रकार सलीम सैफी के एफबी वॉल से.