रांची : एक बात नये राज्य झारखंड के बारे में बड़ी शिद्दत से कही जाती है और वह बात है पूर्ववर्ती बिहार (झारखंड जिसका एक हिस्सा था, अब अलग राज्य) के कतिपय लोगों ने इस इलाके को बड़े घाव दिये हैं। यह अब नासूर बन गया है। बिहार में पटना के श्रीकांत प्रत्युष एक बड़े मीडिया मानुस हैं। जी न्यूज से अपनी पहचान बनाने वाले श्रीकांत प्रत्युष को झारखंड की राजधानी रांची से दैनिक हिन्दी समाचार पत्र सन्मार्ग का प्रकाशन प्रारम्भ कराने का श्रेय जाता है।
उन्होंने यहां एक स्थानीय केबल न्यूज नेटवर्क पीटीएन शुरू कराया था। उस वक्त वह पटना से एक युवक जयशंकर को भी यहां लेकर आये थे। जयशंकर इस नेटवर्क का कैमरामैन था। पीटीएन कुछ दिन चलकर बंद हो गया। झारखंड नया राज्य है और इसकी राजधानी रांची में सभी बड़े राष्ट्रीय चैनल के प्रतिनिधि भी हैं। नाम बड़े और दर्शन छोटे के तर्ज पर इन तथाकथित चैनलों ने नाम के लिए आदमी रख लिये हैं। कैमरामैन ऑलराउंड प्रदर्शन करते हैं जिसमें दो नाम का जिक्र यहां किया जा रहा है। एक तो जयशंकर। जो अभी आईबीएन7 का वीडियो जर्नलिस्ट है। दूसरा हरिवश शर्मा, जो एनडीटीवी के लिए काम करता है।
जयशंकर युवा है। गुस्सैल भी। लड़ने-भिड़ने में उसका कोई सानी नहीं। चैलन के वरिष्ठजनों को वह पलभर में अपमानित कर देता है। लेकिन इस बार आईबीएन7 के जयशंकर बुरे फंसे। हुआ यह कि जयशंकर घरेलू गैस कनेक्शन के लिए संबंधित गैस एजेंसी के दफ्तर गये। उससे गैस संचालक (इंन्द्रप्रस्थ गैस एजेंसी) रवि भट्ट ने आवश्यक कागजात मांगे। कमी-बेसी पर बात बढ़ गयी। आरोप है कि गैस संचालक को जयशंकर ने काफी जलील किया। रांची के डीसी तक को फोन कर दिया। फिर गैस संचालक भी रेस हो गया। अंततः समझौता वार्ता हुई। हमेशा की तरह मीडिया के लोग एकाध जयशंकर और ज्यादातर गैस एजेंसी के पक्ष में बात करने लगे। जयशंकर और गैस संचालक में बात बनती नजर आ रही थी कि एक चैनल के वरिष्ठ संवाददाता ने जयशंकर के मुख्यालय का टेलीफोन नम्बर गैस एजेंसी के मालिक को दे दिया और उसने वहां फोन भी कर दिया। आईबीएन7 के प्रतिनिधि ने उसके साथ क्या किया है इसका सविस्तार बखान किया। इस बात की जानकारी वीडियो जर्नालिस्ट को मिली है और वह बौखला उठा है।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.