दैनिक जागरण समूह में नियुक्तियों को लेकर मारामारी और ऊंचे दर्जे पर भाई-भतीजावाद की परम्परा अब इतिहास में सिमटने जा रही है। यहां बरसों से खट रहे सम्पादकीय विभाग के करीब 75 लोगों कर अब प्रोन्नत कर दिया गया है। समूह में प्रतिभाओं की पहचान के लिए केंद्रीय स्तर पर आयोजित परीक्षा के नतीजे आ चुके हैं। खबर यह भी है कि इस केंद्रीय परीक्षा में शामिल में लोगों में ज्यादातर में उत्तीर्ण कर दिया गया है। इसके साथ ही एक बुरी खबर भी। वह यह कि इस परीक्षा में तय किये गये मानदंडों पर सफल न हो पाये लोगों को समूह के दरवाजों से बंद कर दिया जाए। इसके पहले इस समूह में पत्रकारों की नियुक्ति, प्रोन्नति और बर्खास्त करने के लिए केवल ऊंचे सम्पर्क की मर्जी की चलती रहती होती थी।
आज इस परीक्षा का नतीजा कर दिया गया। परीक्षा के चार ग्रुप बनाये गये जो ट्रेनी, उप सम्पादक-रिपोर्टर, सीनियर रिपोर्टर और सीनियर उप सम्पादक के पद पर काम कर रहे हैं। समूह प्रबंधन ने पहले से ही तय कर लिया था कि इस परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले पत्रकारों को प्रोन्नत कर जाएगा लेकिन 30 प्रतिशत से भी कम अंक हासिल करने वालों को बाहर का दरवाजा दिखाया जाएगा। यह भी तय किया गया था कि ट्रेनी पत्रकारों को उप सम्पादक-रिपोर्टर के पद पर रेगुलर किया जाएगा।
सफल घोषित नतीजों के मुताबिक खारिज कर दिये गये करीब एक सौ पत्रकारों को समूह से बाहर किया जा सकता है। इनमें सीनियर उप सम्पादक- सीनियर रिपोर्टर पर काम कर रहे 21, उप सम्पादक-रिपोर्टर पद पर काम कर रहे 40 पत्रकार और जूनियर उप सम्पादक-जूनियर रिपोर्टर पद पर काम कर रहे 17 पत्रकार शामिल हो सकते हैं। यह सभी पत्रकार इस परीक्षा में पास होने के लिए न्यूनतम 30 फीसदी अंक तक की सीमा तक नहीं छू सके।