मोदी, अंबानी, सीएनएन-आईबीएन, आईबीएन7, राजदीप सरदेसाई, आशुतोष… इन सभी के बीच रिश्तों में जो 'आपसी समझदारी' को लेकर खबरें, जानकारियां, आलेख, विश्लेषण पिछले दिनों सोशल मीडिया व कुछ अन्य मीडिया माध्यमों के जरिए सामने आई, उसके अब पुख्ता होने के दिन आ गए हैं. किन्हीं 'साहेब' के कहने पर अमित शाह ने किसी युवती के पीछे पुलिस वालों को लगा दिया, उससे संबंधित कोबरा पोस्ट और गुलेल डाट काम द्वारा जारी आडियो टेप पर खबर को पहले तो आईबीएन7 की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया लेकिन जाने क्यों उसे हटा दिया गया. लेकिन युवा पत्रकार मयंक सक्सेना ने रिमूव की गई खबर को गूगल द्वारा प्रदान की गई तकनीक (web cache) से दुबारा हासिल कर फेसबुक पर प्रकाशित कर दिया है. उस खबर को नीचे पढ़ें. -एडिटर, भड़ास4मीडिया
‘साहब’ के कहने पर अमित शाह ने महिला के पीछे छोड़े जासूस!
आईबीएन-7 | Nov 15, 2013 at 06:49pm
नई दिल्ली। न्यूज पोर्टल कोबरा पोस्ट और गुलेल ने गुजरात के राज-काज के बारे में एक सनसनीखेज खुलासा किया है। दिल्ली में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में गुजरात के पूर्व गृहराज्यमंत्री अमित शाह और आईपीएस अफसर जी.एल.सिंघला की टेलीफोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग पेश की गई। वेबसाइट का आरोप है कि ये टैपिंग गैरकानूनी है। लेकिन इससे पता चलता है कि अमित शाह ने सिंघला को एक लड़की की चौबीस घंटे निगरानी का आदेश दिया ताकि किसी साहेब को उसके बारे में पल-पल की जानकारी दी जा सके। अमित शाह से बातचीत की ये रिकॉर्डिंग खुद सिंघला ने सीबीआई को सौंपी है। कांग्रेस ने इस मामले की गहराई से जांच की मांग की है। वहीं बीजेपी ने पूरे मसले पर चुप्पी साध ली है।
न्यूज पोर्टल कोबरा पोस्ट और गुलेल ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में गुजरात के पूर्व गृहराज्यमंत्री अमित शाह और अहमदाबाद में एटीएस के एसपी बतौर तैनात रहे जीएल सिंघला के बीच 4 अगस्त 2009 और 6 सितंबर 2009 के बीच हुई बातचीत की ऑडियो रिकार्डिंग पेश की। इसमें अमित शाह, सिंघला को एक लड़की के पल-पल की खबर लेने का निर्देश दे रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि ऐसा साहेब चाहते हैं। यही नहीं, अमित शाह ने भावनगर के तत्कालीन निगमायुक्त प्रदीप शर्मा की निगरानी करने का भी आदेश दिया था।
गौरतलब है कि आईपीएस अफसर सिंघला, इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में आरोपी हैं। वे जेल में थे और उन्हें हाल ही में बेल मिली है। उन्होंने अमित शाह के साथ हुई बातचीत की ये रिकॉर्डिंग खुद की थी। ऐसी 267 रिकॉर्डिंग हैं जो उन्होंने 9 जुलाई 2013 को सीबीआई को सौंपी हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस खुलासे को बेहद गंभीर बताते हुए इसे नागरिक अधिकारों का उल्लंघन बताया है।
जाहिर है, कांग्रेस को मौका मिल गया है। वो चाहती है कि मामले की गंभीरता से जांच हो। पार्टी प्रवक्ता मीम अफजल कहते हैं कि अभी मैंने सुना कि मोदी जी कह रहे थे कि कांग्रेस मेरी जासूसी करा रही है। अब पता चला कि वो किसी लड़की की जासूसी करा रहे हैं। इस मामले को सीबीआई को गंभीरता से लेना चाहिए। ये देखना चाहिए कि लड़की की किसलिए जासूसी करा रहे हैं।
वहीं, बीजेपी इस खुलासे के बाद बैकफुट पर है। उससे जवाब देते नहीं बन रहा है। अनंत कुमार से जब ये सवाल पूछा कि इस तरह की बात सामने आई है तो अनंत कुमार सवाल टालते हुए चले गए। पार्टी के किसी नेता या प्रवक्ता ने अब तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया या ट्वीट नहीं किया है।
चुनाव प्रचार की गहमा-गहमी के बीच हुए इस खुलासे से नया हंगामा खड़ा होना तय है। इसमें शक नहीं कि अमित शाह नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी माने जाते हैं यानी नरेंद्र मोदी पर हमला करने के लिए विरोधियों को नया हथियार मिल गया है। देखना है कि इस हथियार में कितनी धार और इसका ये कितना मारक असर करेगा।
गूगल न्यूज पर भी आईबीएन7 की खबर का शीर्षक दिखाई देता रहा, लेकिन जब शीर्षक पर क्लिक कर कोई खबर पढ़ने के लिए आगे बढ़ता तो वहां संबंधित खबर का लिंक खुलने की जगह आईबीएन7 की वेबसाइट का होम पेज खुल जाता… जाहिर है, खबर लगाने के बाद उसे न सिर्फ रिमूव किया गया बल्कि यह पूरा प्रयास किया गया है कि इस प्रकरण से संबंधित कोई खबर आईबीएन7 की वेबसाइट पर न रह जाए… देखें गूगल न्यूज का स्क्रीनशॉट…
आडियो टेप सुनने के लिए नीचे दिए गए शीर्षक पर क्लिक करें: