आज समाज अम्बाला में सब ठीक नहीं चल रहा है। दोनों असोसिएट एडिटर की लड़ाई अब पूरी तरह से सतह पर आ गई है। दोनों सीएमडी और सम्पादक को दोषी बता रहे हैं। असोसिएट एडिटर राज शेखर मिश्रा तो कर्मचारियो को पूरा विश्वास में लेकर उनको कहीं और जाने तक का सुझाव दे रहे है। इसकी वजह से पूरा डर बना है कि अख़बार अब बंद हो जायेगा। चीफ सब रमेश सिद्धू चन्द्र प्रकाश मणि और सब एडिटर पवन राजपूत उर्फ चांदी ने अख़बार को बाय बोल दिया है। लगभग एक दर्जन लोग जल्द ही बाय बोलने वाले हैं। एचआर पूरी तरह से राजशेखर मिश्रा के अधीन हो कर काम कर रहा रहा है। मेहनत करने वालों का पैसे काट रहा हैं।
प्रबंधन ने दोनों अधिकारीयों को नहीं हटाया तो अगले माह तक हालात और ख़राब हो जायेंगे। एडिटर अजय शुक्ला जी के सम्भाले नहीं संभलेगा। यदि यह दोनों हटा दिए गये तो हाल के दिनों में छोड़कर गए वापस आ सकते हैं। देखना है कि अख़बार के लिए जीने मरने वाले सम्पादक इस पर नजर दे पाते हैं या नहीं।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित।