देहरादून। उत्तराखण्ड में न्यूज चैनलों की आड़ के साथ-साथ मीडिया में आपराधिक लोगों की गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। न्यूज चैनल के संचालक उत्तराखण्ड में ऐसे लोगो को मीडिया की कमान सौंप रहे हैं जिनका चरित्र आपराधिक रहा है। बीते दिवस उत्तराखण्ड तिवारी सरकार में स्पेशल कम्पोनेन्ट प्लान के उपाध्यक्ष खजान गुडडू की हत्या की सुपारी देने वाले चैनल वन के उत्तराखण्ड व्यूरो चीफ धनश्याम सुयाल को उसके साथियों सहित एसटीएफ व देहरादून पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने खुलासा किया है कि पकड़ा गया गिरोह रामनगर, देहरादून, हरिद्वार व कई अन्य जगहों पर आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की फिराक में था। पूर्व राज्य मंत्री खजान को जेल से हत्या की सुपारी ली गयी थी। पुलिस इनके अन्य सम्पर्क करने वाले लोगों की भी तलाश कर रही है।
उत्तराखण्ड में मीडिया के नाम पर पत्रकारिता करने वाले चैनल वन के ब्यूरों चीफ को पुलिस ने जिस तरह गिरफ्तार किया है उससे साबित हो रहा है कि ऐसे चैनल पत्रकारिता की आड़ में अपराधियों को संरक्षण दे रहे है और पत्रकारिता को भी दूषित किया जा रहा है जबकि मीडिया के अन्दर आपराधिक लोगों की धुसपैठ नही होनी चाहिए। लेकिन 24 धण्टे का न्यूज चैनल वर्ष 2010 से किस तरह एक अपराधी को उत्तराखण्ड का ब्यूरो चीफ बना कर काम करता रहा इससे चैनल की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं।