आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन महिलाओं की आजादी की बात की जाती है. मीडिया जमकर महिलाओं के हित की बात करता है. चैनल तथा अखबारों में महिलाओं को लेकर तमाम कार्यक्रम चलाए जाते हैं तथा लेख लिखे जाते हैं. लेकिन वास्तविकता शायद इससे बिल्कुल अलग होती है. क्योंकि पी7 न्यूज के एचआर द्वारा जारी मेल के बाद तो ऐसा ही लगता है कि मीडिया ही सबसे ज्यादा महिलाओं के खिलाफ होता है.
खबर है कि पी7 न्यूज का एचआर डिपार्टमेंट ने एक मेल जारी किया था, जिसमें सभी महिला कर्मचारियों को ट्रेडिशनल ड्रेस पहनकर आने को कहा गया था. सूत्रों का कहना है कि हालांकि इसमें स्वेच्छा की बात भी लिखी गई थी, परन्तु सवाल यह है कि जब महिला दिवस था तो इच्छा भी तो महिलाओं की होनी चाहिए थी. लेकिन एचआर डिपार्टमेंट ने अपरोक्ष रूप से अपनी इच्छा महिलाओं पर थोप दिया. सवाल यह है कि आखिर ऐसे मौकों पर पुरुषों के लिए क्यों नहीं कोई ड्रेस कोड जारी की जाती है.
वहीं दूसरी सूत्रों का कहना है कि पी7 न्यूज के एचआर डिपार्टमेंट द्वारा यह मेल जारी होने के बाद कई महिला पत्रकार भड़क गईं. सूत्रों का कहना है कि महिलाओं के सलवार सूट पहन कर आने का ड्रेस कोड जारी किया गया था, जिस पर महिलाकर्मी भड़क गईं. बताया जा रहा है कि कई महिला कर्मचारी ट्रेडिशनल ड्रेस में आई थीं तो कई ने दूसरे तरीके के ड्रेस भी पहन रखे थे. हालांकि पी7 न्यूज के एचआर द्वारा जारी किए गए मेल को लेकर पूरे मीडिया जगत में जबर्दस्त चर्चा रही कि इस चैनल ने महिला दिवस पर ही महिलाओं पर अपनी इच्छा थोपने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखा.