पिछले दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में हमारे प्रकाशन की 4 पुस्तकों के साझे-लोकार्पण के दौरान जब भड़ास4मीडिया के मॉडरेटर यशवंत सिंह ने यह कहा था कि देखिएगा, एक दिन हिंदी का बेस्ट-सेलर यहीं से पैदा होगा, तो कम से कम मुझे ऐसा बिलकुल नहीं लगा था कि उनकी भविष्यवाणी को सच होने में इतना कम समय लगेगा।
अक्टूबर 2012 में किशोर चौधरी (Kishore Choudhary) की पहली किताब 'चौराहे पर सीढ़ियाँ' पर हमने काम करना शुरू किया और दिसम्बर के शुरू में ही यह किताब साल 2012 की बेस्ट-सेलर किताब हो गई। आलम यह कि हम एक नये कलेवर में बहुत जल्द इस किताब का दूसरा संस्करण प्रकाशित कर रहे हैं। दूसरे और परिवर्धित संस्करण की प्री-बुकिंग शुरू हो गई है।
शैलेश भारतवासी Shailesh Bharatwasi के फेसबुक वॉल से.