संतरविदास नगर। भदोही के वरिष्ठ पत्रकार सुरेश गांधी का पुलिस द्वारा उत्पीड़न लगातार जारी है। एक बार फिर पुलिस ने सुरेश गांधी की पत्नी रश्मि गांधी को धमकी दी है कि अगर उन्होनें पुलिस व प्रशासन पर लगाए गए आरोपों को वापस नहीं लिया तो उनके द्वारा दर्ज कराई गए मुकदमें में फाइनल रिपोर्ट लगा दी जाएगी। उनसे कहा गया है कि पुलिस से दुश्मनी मंहगी पड़ेगी, उन पर फरिज़ी मुक़दमें दर्ज़ करा दिए जाएंगे, माफियाओं से मिलकर उनकी परिवार समेत हत्या करावा दी जाएगी साथ ही बच्चों का अपहरण भी करवा दिया जाएगा। पुलिस द्वारा दी गयी धमकी के बाद पत्रकार सुरेश गांधी व उनकी पत्नी ने मुख्यमंत्री समेत राज्यपाल, डीजीपी, आईजी, डीआईजी, प्रमुख सचिव गृह, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग आदि को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर पुलिस की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की शिकायत की है।
इसके अलावा पत्र में कहा गया है कि पत्रकार सुरेश गांधी व उनकी पत्नी रश्मि गांधी द्वारा सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत न्यायालय में दायर याचिका पर न्यायालय के आदेश पर दर्ज़ मुक़दमें की विवेचना भदोही कोतवाली से हटाकर क्राइम ब्रांच को सौंपने की मांग की गयी है। पत्र में कहा गया है कि माफियाओं ने कोतवाल संजयनाथ तिवारी के शह पर पिछले 16 सालों से तिनका-तिनका जुटाई गयी गृहस्थी व विवाह में मिले 25 लाख से अधिक के सामान को लूटा है। पत्र में यी भी कहा गया है कि घटना में कोतवाल के आरोपित होने से भदोही पुलिस द्वारा विवेचना में लीपापोती की जा रही है। पुलिस अपने बचाव में लूटेरे माफियाओं की मदद कर रही है।
मुकदमा दर्ज होने के आठ माह बाद भी पुलिस लूटे गए सामान की बरामदगी नहीं कर सकी है। इस मामले में पीड़ित द्वारा कई बार मुख्यमंत्री, डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह, आईजी वाराणसी, राष्टपति, राज्यपाल समेत सभी जिम्मेदार अधिकारियों व एनएचआरसी, प्रेस कौंसिल आदि को पत्र भेज कर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से बच्चों की पढ़ाई लिखाई चौपट हो रही है। बता दें कि पूर्व में हुई घटनाओं में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के नाकामी की खबरें छपने के बाद पहले पीड़ित पर गुंडा एक्ट, जिलाबदर आदि की कार्यवाही कर उसकी पूरी गृहस्थी को बर्बाद कर दिया गया और पीड़ित के मकान मालिक द्वारा दर्ज फर्जी मुकदमें में चार्जशीट लगा की गई।
अब जबकि न्यायालय के आदेश पर आरोपी कोतवाल संजयनाथ तिवारी व मकान मालिक विनोद गुप्ता, सुमित गुप्ता, बीरु गुप्ता व हर्षित गुप्ता आदि पर 156(3) के तहत मुकदमा दर्ज है तो पुलिस न ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है और न ही लूट गए सामान की बरामदगी, उल्टे मुकदमें में आरोपित पुलिस सहित प्रशासनिक अधिकारियों के नाम को वापस लेने की धमकी दे रही है।
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