पटना।। बिहार के पत्रकारों पर लगातार हो रही पुलिसिया ज्यादती के विरोध में 29 दिसंबर को राज्य की राजधानी पटना में वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ बिहार के बैनर तले पत्रकारों ने एक दिवसीय धरना दिया तथा विरोध मार्च निकाला सैकडों की संख्या में पूरे बिहार से आये पत्रकारों ने पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार पत्रकारों पर दमनात्मक कार्रवाई किये जाने की घोर निंदा की।
संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में यह धरना गांधी मैदान में स्थित जेपी गोलम्बर पर आयोजित किया गया और विरोध मार्च जेपी गोलम्बर आयकर चौराहा तक निकाला गया। धरना पर बैठे पत्रकारों ने दो टूक शब्दों में सरकार से मांग की है कि प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ पर जुर्म और दमन बंद हो। किसी पत्रकार की गिरफ्तारी के पहले मुख्य मंत्री का निर्देश जरूर लिया जाय। अन्य राज्यों यथा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ्, मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, राजस्थान तथा तमिलनाडू की भांति बिहार के पत्रकारों को भी पेंशन और सस्ते दर पर आवासीय भूखण्ड तथा आवास उपलब्ध करायी जाय। पत्रकारों ने यह भी मांग की है कि पत्रकारों को दी जाने वाली स्वास्थ्य राहत राशि पचास हजार से बढा कर पांच लाख रूपये की जाय। इसके अलावा राज्य के पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान की जाए।
धरना को संचालित कर रहे संगठन के प्रदेश महासचिव डॉ. देवाशीष बोस ने चेतावनी देते हुए कहा कि सूबे में पत्रकारों को साजिश के तहत फर्जी कांड में फंसा कर गिरफ्तार करने का सिलसिला अगर बंद नहीं किया गया तो इस आंदोलन को राज्य व्यापी स्वरूप प्रदान किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शन और सेमिनार के माध्यम से सरकार के इस दमनात्मक रूप से भी जनता को अवगत कराया जायेगा।
धरना तथा विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ पत्रकार ब्रजनन्दन, रामानन्द रौशन, सुधीर मधुकर, अभिजीत पाण्डेय, मोहन कुमार, डा; प्रवीण कुमार, मुकेश महान, अनमोल कुमार, प्रभाष चन्द्र शर्मा, सुधांशू कुमार सतीश, अरूण कुमार सिंह, राम प्रवेश यादव, शिवनाथ केशरी, नवीन कुमार, अनुराग गोयल,अजय कुमार भगत तथा चन्द्र शेखर भगत समेत सैकडों पत्रकारों ने भाग लिया ।