काहिरा प्रशासन ने मुस्लिम ब्रदरहुड से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किए गए पत्रकारों की हिरासत अवधि बढ़ा दी है। मिस्र के न्यायिक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इन तीनों पत्रकारों को दो सप्ताह के लिए हिरासत में रखे जाने का आदेश दिया गया है। इनकी हिरासत अवधि बढ़ाई भी जा सकती है।
अल-जजीरा के चार पत्रकारों को रविवार को काहिरा प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया था। चैनल से प्राप्त जानकारी के अनुसार काहिरा के ब्यूरो प्रमुख मोहम्मद अदेल फाहमी, आस्ट्रेलियन पत्रकार और बीबीसी के पूर्व संवाददाता पीटर ग्रेस्ट तथा चैनल के प्रोड्यूसर बहर मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया है। कैमरामैन मोहम्मद फावजी को भी गिरफ्तार किया गया था लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया।
अभियोजन पक्ष ने तीनों पत्रकारों पर कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आरोप में कहा गया पत्रकारों के द्वारा मिस्र के महत्वपूर्ण सुरक्षा संस्थानों को फिल्माया गया, तथा ऐसे वीडियो रिकॉर्ड कर फैलाए गए जिनसे शांति और व्यवस्था को खतरा पहुंचता है।
रिपोर्टरों पर लैपटाप में सेना के नक्शे रखने का भी आरोप लगाया गया है। इन पर मिस्र में अल-जजीरा का लाइसेंस रद्द किए जाने के बावजूद उसके लिए काम करने का भी आरोप लगाया गया है जो कि एक अपराध है।
अल-जजीरा को मिस्र में प्रतिबंधित किया गया है क्यूंकि अल-जजीरा की फंडिग कतर के द्वारा की जाती है। कतर मध्य-पूर्व में मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी का खुला समर्थन करता है।
पीटर ग्रेस्ट पूर्व बीबीसी संवाददाता रहे हैं और इन्हें सोमालिया पर बनाई गई इनकी डॉक्यूमेंट्री के लिए 2011 में पीबॉडी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
मूल खबर—
अल्जजीरा चैनल के तीन पत्रकार काहिरा में गिरफ्तार