एनडीएमसी द्वारा डिम्स कंपनी को बिना टेंडर के पार्किंग दिए जाने का विरोध शुरू हो गया है। इस बार की काउंसिल मीटिंग में भी इस विषय पर चर्चा होने की संभावना है। पार्किंग ठेकेदारों का अरोप है कि प्राइवेट कंपनी को बिना टेंडर ठेका दिए जाने के पीछे एक बड़ी डील हुई है। गौरतलब है कि डिम्स एक प्राइवेट कंपनी है और उसमें आधा हिस्सा दिल्ली सरकार का भी है। इसी कंपनी ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट के नाम पर बीआरटी कॉरीडोर बनाया था। उससे दिल्ली का क्या हाल हुआ है, वह सभी लोग जानते हैं। इसी तरह से यह कंपनी सरकार से बिना टेंडर के ठेके हथियाती रही है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट द्वारा इस कंपनी को दिए गए ठेके इसका ज्वलंत उदाहरण हैं।
हाल ही में दी गई पार्किंग के बारे में एनडीएमसी चेयरमैन जलज श्रीवास्तव का कहना है कि वह कंपनी हमें टेक्नीकल रिपोर्ट बनाकर देगी और पार्किंग का इंफ्रास्टक्चर बनाकर देगी। बताते हैं कि कंपनी ने इसके लिए 22 करोड़ का अनुमानित खर्च बताया है। जानकारों का कहना है कि ज्यादातर पार्किंग खुले आसमान के नीचे हैं। ऐसे में प्राइवेट कंपनी द्वारा 22 करोड़ खर्च करना कोई समझदारी नहीं है। यदि एनडीएमसी ट्रायल के तौर पर देना ही चाहती है तो पालिका बाजार वाली पार्किंग पहले दे। उस पार्किंग में में आठ लिफ्ट हैं और सारी खराब पड़ी हैं।
बहरहाल, अभी इस संबंध में कंपनी और एनडीएमसी के बीच होने वाले करार की जानकारी यहां के अफसरों को भी नहीं है। लिहाजा आने वाले एक समय में इसकी मामले की और परतें खुल कर सामने आएंगी।
केजरीवाल को चाहिए 40 मुफ्त पार्किंग पास
आम आदमी पार्टी के नेताओं को दिल्ली में खास दर्शाने के लिए गोल मार्किट के विधायक और 49 दिन के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुरूआती दौर में 40 मुफ्त पार्किंग पासों की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, एनडीएमसी मुख्यालय के ठीक पीछे ही आम आदमी पार्टी का दफ्तर है। वहां पर केजरीवाल के सीएम बनते ही नो पार्किंग में पार्किंग होनी शुरू हो गई है। इसके चलते वहां रहने वाले लोगों का जीना दूभर हो गया है।
बताते हैं कि आजकल श्री केजरीवाल को अवैध रूप से दिए गए स्टाफ ने एनडीएमसी में हंगामा किया हुआ है। बुधवार के दिन उनके स्टाफ का एक कर्मचारी जनसंपर्क विभाग के कर्मचारियों से झगड़ा कर रहा था। उसका कहना था कि श्री केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए 40 पार्किंग पास मंगाए हैं, वह तुरंत उन्हें दिए जाएं। विभाग के कर्मचारियों ने उसे समझाने की कोशिश की कि अब वह पास सिक्योरिटी डिपार्टमेंट जारी करता है। वह पास भी पहले गाड़ी आरसी और उस व्यक्ति की फोटो आईडी मिलने के बाद जारी होंगे। लेकिन वह टस से मस होने के तैयार नहीं था।
बहरहाल, उस समय तो किसी तरह से जनसंपर्क विभाग के कर्मचारियों ने उससे अपना पीछा छुड़ा लिया। लेकिन इतना जरूर है कि आम को खास बनाने में श्री केजरीवाल भी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
दिल्ली से पीयूष जैन की रिपोर्ट। संपर्कः astroguruji@gmail.com