महाराष्ट्र के पालघर फेसबुक विवाद के बाद सुर्खियों में आई शाहीन ढाडा अब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये मुस्लिम वोट पाने का मुद्दा बनने वाली हैं। ढाडा के परिवार ने महाराष्ट्र छोड़ दिया है। शाहीन के परिवार ने महाराष्ट्र छोड़ कर गुजरात में शरण ली है और कभी भी वापस नहीं लौटने का फैसला लिया है। बताया जाता है कि शिवसैनिकों के आक्रामक रवैये को देखते हुए शाहीन ढाडा और उसके परिवार ने महाराष्ट्र छोड़ने का फैसला लिया है।
ग़ौरतलब है कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की मौत के बाद पालघर की रहने वाली शाहीन नाम की लड़की ने फेसबुक पर कमेंट किया था। जिसके बाद शिवसैनिकों ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी और उनके रिश्तेदार के नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की थी। पुलिस ने शाहीन और उसकी सहेली को गिरफ्तार कर लिया था और बाद में जब पूरे देश में महाराष्ट्र सरकार और पुलिस की किरकिरी हुई तो दोनों को छोड़ा गया।
इस मामले को जांच के लिए कोंकण आईजी को दे दी गई थी। और आईजी की दी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर ठाणे के एसपी रविंद्र शेगावकर को निलंबित कर दिया गया। साथ ही पालघर थाने के इंस्पेक्टर श्रीकांत पिंगले को भी निलंबित कर दिया गया। जबकि वहीं शिवसेना ने कार्रवाई करने वाले पुलिस वालों का बचाव किया और कहा कि शाहीन के कमेंट की वजह से राज्य में हालात खराब हो सकते थे। इसलिए पुलिस ने ठीक काम किया था।
शिवसेना ने पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के विरोध में पालघर बंद रखा था। इस मामले में लड़कियों को 15-15 हजार के मुचलके पर जमानत देने वाले जज रामचंद्र बागड़े का भी ट्रांसफर कर दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि मोदी समर्थक इसे महाराष्ट्र पुलिस और राज्य सरकार की नाकामी बता कर गुजरात को मुस्लिमों के लिये सुरक्षित राज्य बताने की तैयारी में हैं। हालांकि अभी तक किसी राजनेता के ढाडा परिवार से संपर्क करने की सूचना नहीं है, लेकिन जब चुनाव जोर पकड़ेंगे तो इसे मुद्दा बनाया जा सकता है।