प्रिय यशवंत जी, सर्व-प्रथम निर्मल 'बाबा' की असलियत सामने लाने के लिए बधाई! बाबा के ट्विटर पर अर्जित अभूतपूर्व लोकप्रियता के बारे में बहुत सुना था, तो यूँ ही ट्विटर पर टहलते हुए उनके अकाउंट पर चला गया. वाकई फालोवर्स की संख्या काफी बड़ी थी. 43977 के लगभग. ऐसे चमत्कारी बाबा के कुछ महीनों में ही कुकुरमुत्ते की तरह ऊग आये चमत्कारिक भक्तों (followers पढ़िए) के बारे में भी जानने की उत्सुकता हुई. तो उनके फालोवर्स (followers) के लिंक पर गया, जो पहला पेज खुला उसमे 19 प्रोफाइल थे (माफ़ कीजियेगा नेट स्लो होने के कारण पहले पेज पर इतनी entries ही आ पायी).
इन एकाउन्ट्स की थोड़ी सी पड़ताल के बाद मैंने उनमें 18 अकाउन्ट्स को व्यक्तिगत रूप से फर्जी पाया. इन 18 एकाउन्ट्स के बाकायदा screen-shot नीचे दिए गए है. इन्हें पहली नज़र में फर्जी मानने का जो सबसे बड़ा आधार बना, वो ये था कि ट्विटर जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जहां रहने का मकसद ही अपने सामाजिक ताने-बाने से जुड़ा रहना होता है. अपने संपर्कों/दोस्तों को फालो कर उनसे एक निर्बाध संपर्क बनाये रखना होता है, इन कथित भक्तों का ऐसा कोई अपना ताना-बाना ही नहीं था. यानि न कोई इन्हें ट्विटर पर फालो कर रहा था और न ये किसी को सिवाय निर्मल बाबा के.
निष्कर्षतः कहें तो इन लोगों का कोई अपना सामाजिक आस्तित्व ही नहीं है. सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर रहने वाले इन अकाउन्ट्स का कोई सोशल नेटवर्क ही नहीं है. फिर इन सोशल साइट्स पर रहने का मतलब? ऐसा लगता है कि इन लोगों का ट्विटर पर जन्म ही निर्मल बाबा को फालो करने के लिए हुआ है (जो एक तरह से सच भी है).
ध्यान से देखने पर इन फर्जी खातों में दो तरह के पैटर्न मिलें-
1. चूँकि काफी कम समय में कई फर्जी खाते बनाने होंगे तो कुछ खाते ऐसे बचकाने तरीके से बनाये गए हैं कि पहली नज़र में ही फर्जी समझ आ जाते हैं. यानि न इनको कोई जानता है, न पहचानता है (0 followers) और न ये किन्हीं को जानते हैं सिवाय निर्मल बाबा के. साथ ही आज तक इन्होंने कभी ट्विटर पर ट्विट नहीं किया या कहें कि अपनी जबान नहीं खोली (0 tweets). बाबा के फालोवर्स में ज्यादातर लोग इसी श्रेणी के हैं (16 में से 10 लोग).
2. ये ऐसे खाते हैं जिनमें थोड़ी चालाकी दिखाते हुए बाबा के अलावा और भी कुछ बड़े लोगों को फालो किया गया है. मसलन मनमोहन सिंह, अमिताभ बच्चन या सचिन तेंदुलकर. लेकिन सवाल यह उठता है कि पूरे ट्विटर पर आपको अपने स्तर के भी दो-चार लोग तो मिलने चाहिए फालो करने के लिए इन बड़े लोगों के अलावा! उसी तरह कुछ खातों में एक दो ट्विट कर दिए गए हैं. और ट्विट भी कैसे- hello!!, Hi!! या निर्मल बाबा का गुणगान करते हुए. लेकिन ये चालाकी भी पकड़ी जाती है कि जब आपको कोई फालो ही नहीं कर रहा है तो ट्विट करने का मतलब?? 16 में से 5 खाते ऐसे निकले.
और अंत में जो इन्हें पूरी तरह फर्जी साबित करती है वो है कि इन सारे 18 खातों में एक बात सामान है और वो यह कि इन्हें कोई फालो नहीं करता. यानि पूरे ट्विटर में इन्हें कोई नहीं जानता. इस तरह 43977 फालोवर्स में दावे के साथ कहा जा सकता है कि 99 प्रतिशत फर्जी हैं, जो असली हैं भी तो उनमें एक बड़ी संख्या उनकी है जो भक्ति के कारण नहीं बल्कि इतने बड़े फोलोवेर्स की संख्या देख कर जुड़ गए.
अभिनव शंकर
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