राजस्थान में कई चिटफंड कंपनियों के ऑफिसों पर छापामारी के बाद पुलिस अब उन कंपनियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही हैं, जो इसी तरह पब्लिक को झांसा देकर मूर्ख बनाने का काम कर रही हैं. खबर है कि जीएनएन न्यूज एवं भक्ति न्यूज चैनल चलाने वाला जीएन ग्रुप भी राजस्थान पुलिस के निशाने पर है. राजस्थान एवं मध्य प्रदेश चिटफंड कंपनियों के चारागाह बन चुके हैं. खबर है कि राजस्थान पुलिस की नजर जीएन ग्रुप की कंपनी जीएन गोल्ड पर है.
जयपुर में गोल्ड सुख कंपनी के फरार होने के बाद ही पुलिस ने आरसीएम, मेरी गोल्ड प्लस ट्रेड विजन कंपनी, प्रिया परिवार जैसी कंपनियों पर छापेमारी की तथा कई लोगों को गिरफ्तार किया. इन छापों के बाद पुलिस की नजर जयपुर में ही रजिस्टर्ड कंपनी जीएन गोल्ड पर है. जीएन ग्रुप ने जिस तरह से जीएन गोल्ड की वेबसाइट एवं पता अपनी अन्य कंपनियों से अलग रखा है, उससे भी पुलिस को इस कंपनी पर संदेह है. पुलिस जल्द ही इस कंपनी के खिलाफ भी जांच की कार्रवाई कर सकती है. जीएनएन न्यूज एवं भक्ति नाम से दौ चैनल वाली जीएन ग्रुप इस छापेमारी की खबर के बाद से दहशत में है. यह कंपनी जीए लैंड डेवलपर्स, जीएन फाइनेंस, जीएन डेयरीज, जीएन हेल्थकेयर, जीएन कानवेंट एवं जीएन इंफोमीडिया जैसी कंपनियों का संचालन करती है. इसी कंपनी की सहयोगी कंपनी जीएन गोल्ड की सूचना इस मुख्य वेबसाइट पर नहीं दी गई है. इसी के चलते पुलिस इसे संदिग्ध मान रही है.
उल्लेखनीय है कि जीएन ग्रुप की दो प्रमुख वेबसाइटें हैं – www.gngroup.in तथा www.gnnnews.tv. इन दोनों में इनके अलग-अलग व्यवसायों की जानकारी दी गई है, पर दिलचस्प तथ्य यह है कि किसी भी वेबसाइट में मालिकों या निदेशकों का कोई ब्यौरा नहीं है. सिर्फ डेयरी के बारे में लिखते वक्त एक बार एसएस रंधावा का जिक्र हुआ है. इसी ग्रुप की एक और कंपनी जीएन गोल्ड (www.gngold.net) भी है, जिसका मालिक तो जीएन ग्रुप ही है, पर मुख्य वेबसाइट पर इस कंपनी का कोई पता नहीं दिया गया है. यह कंपनी भी जनकपुरी में जीएन ग्रुप की बिल्डिंग में ही है, बावजूद इसके मुख्य वेबसाइट से इसको अलग रखना इसे और संदिग्ध बनाता है. जीएन गोल्ड कंपनी वैसे तो सोने की खरीद-बिक्री का दावा करती है, पर इसका धंधा भी दूसरी चिटफंड कंपनियों की तरह ही है.