गोरखपुर जिले के वयोवृद्ध पत्रकार श्री श्रीकृष्ण लाल श्रीवास्तव इन दिनों गंभीर रूप से बीमार हैं। वे गोरखपुर जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती हैं। डाक्टरों के अनुसार उनका गुर्दा खराब है। दुर्भाग्यवश श्री श्रीवास्तव के एकलौते पुत्र ने उन्हें कई वर्ष पूर्व अपने से अलग कर दिया था। इस कारण वे अपनी बड़ी पुत्री और दामाद के पास रह रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजारे दामाद व पुत्री ही उनकी चिकित्सा आदि करा रहे हैं। श्री श्रीवास्तव दैनिक जागरण गोरखपुर से लम्बे समय तक जुड़े रहे, बाद में वे गोरखपुर के दैनिक आज से जुड़ गये। वे इस क्षेत्र के सबसे पुराने दैनिक अखबार हिन्दी दैनिक से भी जुड़े रहे। श्री श्रीवास्तव को चलता-फिरता पत्रकारिता विद्यालय माना जाता है। दैनिक जागरण के उपसंपादक और क्राइम रिपोर्ट रहे श्री श्रीवास्तव द्वारा नारायणपुर काण्ड की रिपोर्टिंग पर ही उत्तर प्रदेश की तत्कालीन, बनारसी दास के नेतृत्व वाली जनता पार्टी सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था। आज श्री श्रीवास्तव को स्वयं मदद की दरकार है।
20 जनवरी को पूर्वा स्टार पत्रिका के संपादक सुशील कुमार वर्मा और आज तक के स्थानीय प्रभारी गजेन्द्र त्रिपाठी के प्रयास से, जिलाधिकारी रवि कुमार एन.जी. ने मामले को संज्ञान में लिया। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि श्री श्रीवास्तव को हर संभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करायी जाए। 20 जनवरी की दोपहर को ही इस मामले की जानकारी स्थानीय गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब एवं गोरखपुर जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्षों को हो गई थी, उसके बाद भी दोनों में से किसी भी संस्था ने कोई सक्रियता नहीं दिखाई।