कल (24 मार्च को) इंडियन एक्सप्रेस समूह के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक विवेक गोयनका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र पाञ्चजन्य के कार्यक्रम में आये। संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ मंच साझा किया। अपने भाषण में बताया कि उन्हें आदेश मिला और वे आ गए। गोयनका जी का मन परिवर्तन क्यों हुआ यह तो वे ही जाने। पर जनसत्ता के सम्पादक ओम थानवी के पास क्या जवाब है। याद रखना चाहिए कि थानवी धुर संघ विरोधी हैं।
उनके एक स्तम्भकार मंगलेश डबराल संघ समर्थित भारत नीति प्रतिष्ठान के एक कार्यक्रम में गए थे। तब जनसत्ता में उनका भारी विरोध किया गया। आखिर डबराल को माफ़ी मांगनी पड़ी थी। अब बताइये थानवी जी, आप गोयनका से माफ़ी मंगवाएंगे या नैतिकता के आधार पर खुद अपने पद से इस्तीफ़ा देंगे?
जितेन्द्र तिवारी। संपर्कः [email protected]