हिन्दुस्तान अखबार के 07 अप्रैल के नोएडा संस्करण में एक समाचार छापा गया है। जिसमें वोटरों की परेशानी का जिक्र है। चुनाव आयोग ने वोटरों को दिए पहचान पत्रों में पिता का नाम गलत कर दिया है। इस खबर में एक आई कार्ड छापा गया है। यह आई कार्ड समर्थ शेखर नाम के युवक का है। लेकिन लोगों को यह जानकर ताज्जुब होगा कि समर्थ शेखर कोई और नहीं हिन्दुस्तान के प्रधान संपादक शशि शेखर के पुत्र हैं। मुद्दा यह नहीं है कि समर्थ शेखर के कार्ड में गलती होने पर समाचार नहीं छापा जा सकता है। मुद्दा यह है कि नोएडा में करीब दो महीने से यह समस्या बड़ी संख्या में वोटर झेल रहे थे। तब इस अखबार को कुछ नहीं नजर नहीं आया। जबकि दैनिक जागरण, अमर उजाला और नवभारत टाइम्स ऐसी खबरें पहले ही छाप चुके थे। हिन्दुस्तान के पत्रकारों को समस्या तब समस्या लगी, जब प्रधान संपादक के बेटे का कार्ड गलत आ गया। शायद यही है तरक्की का नया नजरिया।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित।