बरेली की सर्दी का असर हिन्दुस्तान की डेस्क पर दिखने लगा है. शब्दों मात्राओं के हेर-फेर से भले ही अर्थ का अनर्थ हो जाए पर इस ठंड में उंगलियां कौन गलाए. इसे आप आज के हिंदुस्तान, बरेली में पृष्ठ 10 पर प्रकाशित एक खबर में देख सकते हैं.
खबर ये है के बरेली के एक चर्चित हत्याकांड में कोर्ट ने हत्यारोपी की ज़मानत अर्जी ख़ारिज कर दी. हिन्दुस्तान ने हैडिंग लगाई है "नूतन हत्याकांड हॉरर किलिंग नहीं: कोर्ट." गलती सिर्फ यहीं नहीं, ख़बर के अन्दर भी लिखा गया है "…कोर्ट ने हॉरर किलिंग मानने से साफ इनकार कर दिया."
खबर पढ़ के लगता है के बचाव पक्ष ने कोर्ट के सामने ऑनर किलिंग की दलील दी होगी. एक सामान्य समझ का व्यक्ति भी ऑनर किलिंग और हॉरर के भेद को समझता है. आप भी उपर देखें पढ़ें हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर और सोचिए कि किस तरह छोटी सी लापरवाही बड़ी गल्ती का कारण बन जाती है.
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