Awadhesh Kumar : मुझसे India News को लेकर ऐसे प्रश्न किए जाते हैं जिनका उत्तर देना मेरे लिए कठिन होता है। आज 5 बजे की बहस में क्या हुआ, यह मुझे पता भी नहीं था। जब मित्रों का फोन और संदेश आना शुरू हुआ तब मुझे पता चला कि एजाज खान को टीना शर्मा ने बीच बहस में थप्पड़ मार दिया। इस घटना पर क्या कहा जाए। यह हर दृष्टि से निंदनीय और आपत्तिजनक है। लेकिन इस पर मैं क्या बोल सकता हूं।
अगर मेरे हाथ में हो तो अभी अनेक लोग जो वहां बहस में आते हैं, वे कभी नहीं आ सकते। ऐसे अनेक लोग बहस में दिखते हैं जिनकी उस स्तर की न बौद्धिकता है, न ज्ञान, न समझ, न संस्कार, न शब्द, न सोच… न निजी सार्वजनिक व्यवहार ही कि वे देश को संबोधित कर सकें। लेकिन आते हैं। दूसरे चैनलों पर भी जाते हैं। मैं तो स्वयं के प्रति ही जिम्मेवार हो सकता हूं। जो लोग मेरी प्रतिक्रिया जानना चाहते हैं उन्हें India News से भी पूछना चाहिए।
मेरा पत्रकारिता के साथ छात्र अवस्था से ही एक सार्वजनिक जीवन रहा है। इस कारण अपनी आलोचना, निंदा,विरोध सहने की अंतशक्ति मुझे विरासत में मिली है। वैसे भी बहस में असहमति स्वाभाविक है, कई बार कुछ लोग निजी टिप्पणी भी कर देते हैं जो कि सही नहीं होता, लेकिन उसका भी संयत होकर उत्तर देना पड़ता है। मैं इस मामले में अकेला नहीं हूं। देश में ऐसे लोगों की बड़ी संख्या है, लेकिन चैनलों में जो निर्णय करते हैं उनकी सोच, समझ और जनकारी के साथ उनके ईर्द-गिर्द काम करने वाले सहयोगियों के विचार, उनका एप्रोच तथा अंत में गेस्ट कोऔर्डिनेटर विभाग के नजरिए और संबंधों की भूमिका पर सब कुछ निर्भर करता है।
मैं India News पर बतौर अतिथि बुलाने के बाद ही जाता हूं। पिछले कई दिनों से तो मुझे बुलाया भी नहीं गया है। महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर मुझे बुलाने की प्रक्रिया भी धीरे-धीरे टूट रही है। ऐसी कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं जिन पर मैं वहां नहीं था। पिछले दिनों महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी को लेकर सर्वेक्षण हुआ। आप सबने देखा मैं वहां नहीं था। अनेक दर्शकों ने इस बारे में संदेश द्वारा पूछा कि मैं वहां क्यों नहीं था। हालांकि मैं चाहूं तो किसी बहस में अपनी ओर से भी जा सकता हूं। लेकिन ऐसा मैं करता नहीं। अगर मैं उपलब्ध हूं तो भी वे बुलाएंगे तभी जाता हूं।
पिछले वर्ष 14 फरबरी को जब चैनल रिलांच हुआ था तब मैंने स्वयं यह तय किया था कि एक वर्ष तक उसे जितना समय चाहिए होगा, मैं देने की कोशिश करुंगा। एक वर्ष पूरा हो चुका है। इस पर मैं आगे किसी दिन विस्तार से लिखूंगा। अंत में यही कहूंगा कि आज जो कुछ हुआ वह दुःखद है। मेरे कारण देश और देश के बाहर भी इतनी संख्या में जो लोग भावनात्मक रुप से India News से जुड़े हैं, उनमें जिन्हें भी इस घटना से दुःख पहुंचा है उन सबसे मैं इसलिए क्षमा मांगता हूं, क्योंकि अगर मैं वहां जाता हूं तो मुझे वहां का वातावरण आदर्श बनाने के लिए जितना कुछ करना चाहिए था नहीं कर पाया हूं, अन्यथा ऐसी शर्मनाक घटना नहीं घटती।
वरिष्ठ पत्रकार और इंडिया न्यूज के नियमित गेस्ट अवधेश कुमार के फेसबुक वॉल से.
थप्पड़ मार वीडियो देखने के लिए इस तस्वीर या नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें :
http://www.youtube.com/watch?v=wJUdKuGw6yU
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