Connect with us

Hi, what are you looking for?

No. 1 Indian Media News PortalNo. 1 Indian Media News Portal

आवाजाही, कानाफूसी...

दैनिक जागरण में 14 करोड़ की गड़बड़ी, निशिकांत के आदमियों की घेरेबंदी

दैनिक जागरण संस्था को अपना मामू का घर समझने वाले निशिकांत ठाकुर के करीब पांच-सात दर्जन भाई-भतीते, साले व उनके गांव से संबंध रखने वाले कर्मचारी इस वक्त दुबके हुए हैं क्योंकि इस वक्त उनके चापलूसों की संस्था से सफाई करने का अभियान शुरू हो गया है। इसलिए ऐसे लोगों की अंदर भगदड़ मची हुई है। बिहारी कर्मचारियों के एक सबसे बड़े संरक्षणकर्ता की पिछले दिनों संस्थान से छुट्टी कर दी गई। कुछ कर्मचारियों ने तो दूसरे जगहों पर नौकरी खोजनी शुरू भी कर दी है। निशिकांत ठाकुर के साले कविलाश मिश्र और उनके मजबूत सिपहसालार अरूण सिंह के बाद अब फरीदाबाद में सालों से पैर जमाए बैठे संतोष ठाकुर की कुंडली खुलनी शुरू हो गई है।

दैनिक जागरण संस्था को अपना मामू का घर समझने वाले निशिकांत ठाकुर के करीब पांच-सात दर्जन भाई-भतीते, साले व उनके गांव से संबंध रखने वाले कर्मचारी इस वक्त दुबके हुए हैं क्योंकि इस वक्त उनके चापलूसों की संस्था से सफाई करने का अभियान शुरू हो गया है। इसलिए ऐसे लोगों की अंदर भगदड़ मची हुई है। बिहारी कर्मचारियों के एक सबसे बड़े संरक्षणकर्ता की पिछले दिनों संस्थान से छुट्टी कर दी गई। कुछ कर्मचारियों ने तो दूसरे जगहों पर नौकरी खोजनी शुरू भी कर दी है। निशिकांत ठाकुर के साले कविलाश मिश्र और उनके मजबूत सिपहसालार अरूण सिंह के बाद अब फरीदाबाद में सालों से पैर जमाए बैठे संतोष ठाकुर की कुंडली खुलनी शुरू हो गई है।

संतोष ठाकुर कुछ साल पहले जब बिहार से नौकरी की तलाश में दिल्ली आया था, तो उस वक्त उसके पास डीटीसी की बसों में चलने तक के पैसे नहीं हुआ करते थे। लेकिन कुछ ही सालों में उसने फरीदाबाद में अपना साम्राज्य खड़ा कर दिया है। बेहिसाब सम्पत्ति बना ली है। संतोष ठाकुर खुद को निशिकांत ठाकुर का भतीजा बताता है। जिस तरह से निशिकांत की घेराबंदी की जा रही है उससे बाहर के यूनिटों में काम करने वाले उनके चेले-चपाटे लगातार नोएडा कार्यालय पर नजर रखे हुए हैं। निशिकांत के आदमियों की घेराबंदी का मुख्य कारण विज्ञापन के पैसों में भारी हेराफेरी बताया जा रहा है। हाल ही में दैनिक जागरण के विज्ञापन में 14 करोड़ की गड़बड़ी का मामला सामने आया है जिसके तहत यह फैसला लिया जा रहा है। बताया जाता है कि अरुण सिंह को भी इसी कारण इस्तीफा देना पड़ा है।

रमेश ठाकुर की रिपोर्ट.

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

… अपनी भड़ास [email protected] पर मेल करें … भड़ास को चंदा देकर इसके संचालन में मदद करने के लिए यहां पढ़ें-  Donate Bhadasमोबाइल पर भड़ासी खबरें पाने के लिए प्ले स्टोर से Telegram एप्प इंस्टाल करने के बाद यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia 

Advertisement

You May Also Like

विविध

Arvind Kumar Singh : सुल्ताना डाकू…बीती सदी के शुरूआती सालों का देश का सबसे खतरनाक डाकू, जिससे अंग्रेजी सरकार हिल गयी थी…

विविध

: काशी की नामचीन डाक्टर की दिल दहला देने वाली शैतानी करतूत : पिछले दिनों 17 जून की शाम टीवी चैनल IBN7 पर सिटिजन...

प्रिंट-टीवी...

सुप्रीम कोर्ट ने वेबसाइटों और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को 36 घंटे के भीतर हटाने के मामले में केंद्र की ओर से बनाए...

सुख-दुख...

Shambhunath Shukla : सोनी टीवी पर कल से शुरू हुए भारत के वीर पुत्र महाराणा प्रताप के संदर्भ में फेसबुक पर खूब हंगामा मचा।...

Advertisement