महाराष्ट्र में पिछले चार दिन में सतारा और परभणी जिले के पूर्णा में पत्रकारों के उपर जो हमले हुए है, उसके विरोध में महाराष्ट्र पत्रकार हमला विरोधी कृती समिति की और से 16 मार्च को परभणी में डेमॉस्टेशन, रैली का आयोजन किया गया है. इस आंदोलन में मराठवाड़ा के एक हजार से ज्यादा पत्रकार हिस्सा लेके पत्रकार के प्रति असंवेदशील बने सरकार के विरोध में अपना क्रोध प्रकट करेंगे. पत्रकार हमला विरोधी ऍक्शन कमिटी के चेयरमैन, वरिष्ठ पत्रकार एसएम देशमुख इस आंदोलन का नेतृत्व करेंगे.
सतारा में पत्रकार विशाल कदम के उपर हुये हमले को पुलिस अभी भी गंभीरता से नहीं ले रही है. अभी तक पुलिस ने हमलावरों के हिरासत में नहीं लिया. पूर्णा के चार हमलावरों को हिरासत में तो ले गया है, लेकिन इस हमले का मास्टर मांइड शहर कांग्रेस के मुखिया आौर गुटका किंग को पुलिस अभी तक हिरासत में नहीं ले सकी है. पुलिस का कहना है वह लापता है. पुलिस और राज्य सरकार के इस रवैये से महाराष्ट्र के पत्रकारों में काफी गुस्सा है. वह परभणी में प्रकट हो रहा है. महाराष्ट्र में पत्रकारों के उपर बढ़ते हमले को लेकर प्रदेश में पत्रकार प्रोटेक्शन कानून की मांग पत्रकार पिछले चार साल से कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस मांग की अनदेखी कर रही है.
इस रैली से पत्रकार सरकार, माफ़िया और हमलावारों को चेतावनी देना चाहते हैं कि कोई भी दहशत या गुंडागर्दी उन्हें उनके काम से विचलित नहीं कर सकती. हमले से वे डरते नहीं. इसके आगे भी हम भ्रष्टाचार और गैरकानूनी काम करनेवालों के विरोध में हम हमारा अभियान चालू रखेंगे. कल रात एसएम देशमुख ने प्रदेश के होम मिनिस्टर आरआर पाटील से बात की, उन्होंने बताया कि पत्रकार के ऊपर हमला करनेवालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी.