बिहार के मुजफ्फरपुर में शराब माफिया और उनके गुंडों ने मंगलवार को विशुनपुर सरैया चौक पर पत्रकारों पर हमला बोल दिया। स्थानीय लोगों के बीचबचाव से ही पत्रकारों की जान बच पायी, लेकिन गुंडे उन्हें जिंदा जला देने की धमकी देते हुए चले गये। अवैध शराब के व्यापारी नेकनामपुर शराब कांड के बाद अखबारों में लगातार प्रकाशित हो रही खबरों से गुस्साए हुए हैं।
ग़ौरतलब है कि बिहार के नेकनाम गांव में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गयी थी।
ताजा घटना मंगलवार की है जब कुछ मीडिया घरानों के पत्रकार नेकनामपुर शराब कांड की खबर लेकर कर वापस लौटते समय देवरिया थाने के विशुनपुर सरैया चौक पर मौजूद एक दुकान में नाश्ता कर रहे थे। इसी बीच इलाके का स्प्रिट माफिया बिहारी सिंह अन्य गुंडों के साथ अचानक पहुंचा और गाली-गलौज करते हुए जिंदा जला देने की धमकी देने लगा। शोरगुल सुन सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और माफियाओं का विरोध शुरू कर दिया।
लोगों का विरोध देख बिहारी सिंह अपने गुंडों समेत भाग निकला। घटना से आक्रोशित लोगों ने स्टेट हाइवे जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। तब तक पारू थानाध्यक्ष शंभू प्रसाद यादव व देवरिया थाने के दरोगा प्रकाश कौशिक घटनास्थल पर पहुंच गए और बदमाशों को तुरंत गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर प्रदर्शन समाप्त कराया। दरोगा ने बताया कि शराब व स्प्रिट माफियाओं द्वारा किए गए हमले के खिलाफ पुलिस फौरी कार्रवाई करेगी।
बताया जाता है कि हमलावरों ने साफ-साफ पत्रकारों को धमकी दी और कहा, "तुमलोग शराब के खिलाफ खबर छाप कर अपनी जिंदगी से खेल रहे हैं हम सब जिंदा जला देंगे।" घटना से आक्रोशित अरुण कुमार सिंह, जेपी यादव, शंकर प्रसाद यादव, शिवलाल प्रभात, बसंत कुशवाहा, राजेन्द्र राम, रंजीत कुमार सिंह, मुखिया उषा देवी, मोहन राय, विनोद कुमार समेत कई जनप्रतिनिधियों ने घटना की घोर निंदा करते हुए हमलावरों को अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है।
पूर्व मंत्री रामविचार राय ने देवरिया में पत्रकारों पर शराब माफियाओं के हमले की निंदा की है। आरोपी की गिरफ्तारी जल्द सुनिश्चित कर पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग एसएसपी से की है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। घटना की निंदा करने वालों में पूर्व जिप मदन प्रसाद, जिला पार्षद डा.शिल्पा चौधरी, विनोद कुमार सिंह, ठाकुर हरिकिशोर सिंह, पूर्व विधायक मिथिलेश प्रसाद यादव, मिशन इंकलाब के डा.अजीमुल्लाह अंसारी, संजय कुमार, मदन प्रसाद सिंह, एसएन यादव, राजधारी राम, जलांधर राम आदि शामिल हैं।
साहेबगंज में भी प्रो. अजय कुमार, प्रो. मणिकांत गुप्ता, संजीत कुमार, अनिल कश्यप, केशव केसरी आदि ने पत्रकारों पर हुए हमले की निंदा की है। हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी व नेकनामपुर कांड के दोषियों को फांसी देने की मांग की गई है।
(एक पत्रकार द्वारा भेजी गयी ख़बर पर आधारित)