सीबीआई के पूर्व निदेशक जोगिंदर सिंह मुंबई हमले के दोषी आमिर अजमल कसाब की फांसी के बारे में किसी को कानों-कान खबर न लगने को मीडिया की नाकामयाबी मानते हैं। जोगिंदर सिंह का मानना है कि मीडिया ने इस संवेदनशील मसले को हल्के में ले लिया इसीलिये इस खबर से चूक गया।
जोगिंदर सिंह ने एक अखबार को कहा, "सरकार कभी भी ऐसे मामलों की पब्लिसिटी नहीं करती। फांसी देना बेहद संवेदनशील मामला होता है। मीडिया खबर को फॉलो करने में नाकाम रही। यदि पत्रकारों ने पिछले एक महीने के डेवलपमेंट्स को फॉलो किया होता तो सरकार इसे राज रखने में कामयाब नहीं रह पाती। दरअसल कसाब की फांसी का मामला इतना लटक गया था कि देश समेत पत्रकारों ने भी इसमें इंट्रेस्ट खो दिया था।"