Shahnawaz Malik : वह लड़की अपने दर्जन भर दोस्तों के साथ किसी अनजान शख्स के घर पहली बार गयी थी और शराब पानी की तरह पीकर बेहोशी की हालत में पहुँच गयी। उसके साथी लड़की के साथ रुकने की बजाय उसे एक अंजान शख्स के घर आधी रात में छोड़कर निकल भागे। उस लड़की को लगा कि पुलिस को एफ़आईआर करने के बाद इंसाफ में सालों साल लग जाएंगे इसलिए नहीं गयी। उस लड़की को लगता था कि मेडिकल करवाने से सामाजिक कलंक का खतरा है इसलिए नहीं करवाया।
वह लड़की 16 दिसंबर क्रांति की एक नायिका थी लेकिन उसे खुद के मामले में किसी का साथ मिलने का यकीन नहीं था और वह चुप रही। उस लड़की को लगता था कि किसी भी तरह के लीगल एक्शन से उसकी ज़िंदगी बिखर सकती है, इसलिए ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए। उसने इंसाफ के लिए तमाम नारीवादियों को दरकिनार करते हुए खाप और मोदी समर्थक मधु किश्वर का दरवाज़ा खटखटाया।
इंडिया टीवी जैसे चैनेल ने ख़बर बेचने के लिए 16 दिसंबर के आसपास की डेट तय की। इंडिया टीवी के अभिषेक ने यह नहीं दिखाया कि इस मामले में पहला लीगल एक्शन खुर्शीद ने लिया। इस कथित हादसे के बाद वह लड़की जिन लोगों के पास सबसे पहले पहुंची, इंडिया टीवी उन तक पहुँचने में नाकाम रही।
लड़की जिनके पास सबसे पहले गयी वो फिलहाल शिमला में हनीमून मना रहे हैं लेकिन इंडिया टीवी हज़ार किलोमीटर जाकर कथित पीड़ित लड़की का बयान ही ले पाया। इंडिया टीवी ने अपनी विश्वसनीयता के लिए खुर्शीद को अपने पैनल में बुलाने की बजाय कुछ सेकेंड दिखाया जबकि विरोधी घंटाभर खुर्शीद को बलात्कारी बताते रहे। इस ख़बर के बाद खुर्शीद ने आज सुबह अपनी बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूद कर जान दे दी और इंडिया टीवी ने वो विडियो डिलीट कर दिया।
कल तक जो लोग फेसबुक पर खुर्शीद को गाली दे रहे थे, ट्रायल कर रहे थे और जिनकी वजह से खुर्शीद ने छलांग लगायी, अभी वो श्रद्दांजलि दे रहे हैं। एक एक का नाम और चेहरा दर्ज है मेरे पास। सभी को हमेशा याद रखूँगा। ध्यान रहे, तुम भी कभी मेरे प्रति लापरवाह मत होना।
युवा और प्रतिभाशाली पत्रकार शाहनवाज मलिक के फेसबुक वॉल से.