एक तरफ़ जहां आमची मुंबई का हर छोटा-बड़ा कलाकार मरहूम बाल ठाकरे की शान में कसीदे पढ़ने में जुटा है वहीं फिल्म 'देशद्रोही' और बिग बॉस से चर्चा में आए केआरके यानी कमाल राशिद ख़ान ने उनके व्यक्तित्व खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। बालासाहेब की तुलना केआरके ने रावण से की है।
उन्होंने ट्वीट किया है, "जब रावण मरा था, तब भी पूरी लंका रोयी थी। लेकिन आखिर में वो था तो रावण ही और उसे हमेशा रावण के नाम से ही जाना जाएगा।"
कमाल ने यह भी लिखा है, "बालासाहेब के अच्छे कामों में सन् 1993 के दंगे, हजारों बिहारियों की पिटाई औऱ लोगों के दिलों में उत्तर भारतीयों के प्रति नफरत का ज़हर घोलना आदि शामिल हैं।" केआरके ने लिखा है, "इस दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं। एक, जिनको लोग फॉलो करते हैं, और दूसरे जो खुद को जबर्दस्ती फॉलो करवाते हैं। बालासाहेब ठाकरे जी दूसरे किस्म के इंसान थे।"
इतना ही नहीं कमाल खान ने अपनी ट्वीट्स में आम आदमी से सवाल किया है कि असली हीरो और देशभक्त सुनील दत्त की मौत के समय मुंबई बंद क्यों नहीं किया गया। क्या लोगों के दिल में उनके प्रति प्यार और सम्मान नहीं था?"
हमेशा विवादित ट्वीट्स करके कमाल ख़ान भले ही विवादों से बच निकलते हों, लेकिन हो सकता है इस बार ऐसी ट्वीट्स से उनकी मुसीबतें बढ़ जाएं क्योंकि शिवसैनिकों का गुस्सा पूरे उफान पर है।