सीमा पर दबंगई और आम जनता की शिकायतों का दैनिक जागरण महाराजगंज ने संज्ञान में लिया और करीब 17 ग्रामीण व शहरी पत्रकारों की छुट्टी कर दी! सूत्रों से मिली खबर के अनुसार सीमाई क्षेत्र से लगायत अन्य कस्बों से दैनिक जागरण के उन प्रतिनिधियों की, जिसकी शिकायत लोगों ने प्रधान संम्पादक से लगायत प्रभारी महाराजगंज से की थी, का नतीजा अब देखने को मिल रहा है। सूत्रों की माने तो अब तक करीब 17 ऐसे लोगों की छुट्टी कर दी गयी है, जो महज अखबार का इस्तेमाल कर आम जनता का शोषण कर रहे थे।
ऐसी जानकारी मिली है कि अब भी दैनिक जागरण प्रबंधन करीब 19 और लोगों को बाहर का रास्ता दिखायेगा, जिनकी शिकायतें मिली हैं। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक सीमाई क्षेत्र के करीब आधा दर्जन लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। ऐसे लोग अब अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए अभी हाल ही में शुरू हुए किसी अन्य अख़बार से जुड़ने की फिराक में लगे हुए हैं, पर उसमें भी एसे लोगों को अभी तक जगह नहीं मिल पाई है।
बताते चले कि विगत दिनों भड़ास4मिडिया ने न्यूज़ प्रकाशित किया था कि करीब 36 लोगों पर दैनिक जागरण कर सकता है कार्रवाई, उसी का संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई देखी जा रही है। सीमाई कस्बों में धारदार लिखने वालों को तमाम आरोपों से जहां बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था, वहीं दलाल किस्म के लोगों को महज अपनी स्वार्थ के लिए अंदर कर लिया गया था। ठूठीबारी से लगायत बरगदवा, रतनपुर सहित आदि जगहों पर कुछ ऐसे प्रतिनिधियों को रखा गया था जो महज ऐसे न्यूज़ को ही भेजा करते थे जो उनके प्रभारी को पसंद आ रहा था तथा जिससे वारे-न्यारे हो रहे थे।
पर इसका असर यह हुआ कि अखबार का ग्राफ गिरने लगा। दिन प्रतिदिन अपने गिरते ग्राफ को को लेकर चिंतित प्रबंधन अब किसी भी प्रकार कि समझौते के मूड में नहीं दिख रहा है, जिसके कारण ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। हाल ही में हुए एक समीक्षा में महाराजगंज जनपद में अमर उजाला नंबर १ की श्रेणी में आ गया है, जिसके चलते दैनिक जागरण में भूचाल आ गया। अब इसी भूचाल का असर इस कार्रवाई में दिखने लगा है।
महाराजगंज से अरुण कुमार वर्मा की रिपोर्ट.