लखनऊ। यूपी सरकार के निर्देश पर राज्य सम्पत्ति विभाग ने अनाधिकृत तौर पर सरकारी आवासों में रह रहे 27 क्रीमीलेयर पत्रकारों को आवास खाली करने का नोटिस थमाया है। आवास खाली कराए वालों में तमाम ऐसे दिग्गज पत्रकार हैं, जिनकी तूती सत्ता के गलियारों में बोलती है।
राज्य सम्पत्ति अधिकारी राज किशोर यादव ने बताया कि ने मई माह में अनाधिकृत तौर पर रह रहे 33 पत्रकारों को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस भेजा था। जिसमें छह पत्रकारों ने सरकारी आवास खाली कर दिया था। बाकी बचे 27 पत्रकारों को दुबारा आवास खाली कराए जाने के लिए नोटिस भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि अनाधिकृत रूप से रह रहे ऐसे पत्रकारों को आवास खाली कराए जाने का नोटिस भेजा गया है जिनकी राज्य मुख्यालय पर मान्यता समाप्त हो गई है, अथवा लखनऊ से बाहर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 294 मान्यता प्राप्त पत्रकारों को राजकीय आवास आवंटित हैं, जिनमें से 291 पत्रकारों को राजकीय आवास उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
पत्रकारों के नाम इस प्रकार हैं- पवन मिश्रा, अशोक कुमार सिंह, अमन अब्बास, शशांक शेखर त्रिपाठी, अब्बास हैदर, श्रीमती मंजू उपाध्याय, विजय सिंह, संजय श्रीवास्तव, अवधेश, जितेन्द्र सिंह, इरशाद इल्मी, राम कुमार यादव (दिवंगत), असिफ बर्नी, अबरार अहमद फारूखी, नादिर वहाब खां, के.डी बनर्जी (दिवंगत), श्रीमती प्रतिभा सिंह, नगेन्द्र प्रताप, दिनेश पाठक, हरीश मिश्र, दयानंद सिंह, संजय गुप्ता, सुतापा मुखर्जी, राघवेन्द्र नारायण मिश्र, सी.एस. वर्मा, रामेन्द्र प्रताप सिंह, पंकज कुमार सिंह, संजय जौहरी, शोभित मिश्र, जे.बी. नैनवाल, राजीव त्रिपाठी, कुमार सौवीर, आलोक अवस्थी।
निष्पक्ष दिव्य संदेश के लिए त्रिनाथ के. शर्मा की रिपोर्ट.