लोकमत समूह के हिंदी दैनिक लोकमत समाचार की रचनावार्षिकी ‘दीप भव 2013’ का लोकार्पण समारोह नई दिल्ली में 29 अक्टूबर को आयोजित होने जा रहा है. विश्व कविता पर केंद्रित इस रचना वार्षिकी का अतिथि संपादन कवि एवं कलाप्रेमी श्री अशोक वाजपेयी ने किया है. संपादक हैं विकास मिश्र और प्रकल्प निर्देशन कवि पीयूष दईया ने किया है. लोकमत समाचार की यह तीसरी रचना वार्षिकी है.
इस बार भी देश के प्रख्यात लेखकों और साहित्यकारों ने दीप भव के लिए बेहतरीन रचनाएं लिखी हैं. एस.एच. रजा, कृष्ण बलदेव वैद्य, गीतांजलि श्री, चंद्रकांत देवताले, ध्रुव शुक्ल, सुधीर चंद्र, नीलम मानसिंह, प्रेरणा श्रीमाली, नमिता गोखले, जयंत नार्लीकर, प्रभात रंजन सहित अनेक हस्तियों का योगदान दीप भव में शामिल है. दीप भव के इस अंक में खासतौर पर तीन जानी मानी फिल्मी हस्तियों के काव्यानुराग पर आधारित उनके दिलचस्प साक्षात्कार शामिल किए गए हैं. अभिनेता फारूख शेख, मनोज वाजपेयी तथा गीतकार समीर अनजान ने अपनी जिंदगी और कविता के रिस्तों को लेकर विकास मिश्र से बातचीत के दौरान अपनी जिंदगी के कई ऐसे पलों को याद किया है जो अभी तक सामने नहीं आया था.
लोकार्पण समारोह में ‘संस्कृति का दृश्य अदृश्य’ विषय पर परिचर्चा का भी आयोजन किया गया है. अशोक वाजपेयी, ओम थानवी, लीलाधर मंडलोई, प्रियदर्शन, चित्र मुद्गल तथा अपूर्वानंद के विचार सुनने को मिलेंगे. कार्यक्रम स्थल है.. डिप्टी स्पीकर हॉल, कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, विट्ठलभाई पटेल हाउस, रफी मार्ग, नई दिल्ली-110001 .. दिनांक : 29 नवंबर 2013, समय : शाम 5 बजे.
प्रेस रिलीज