मीडिया में करीब 45 सालों से सक्रिया भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ पत्रकार माधवकांत मिश्र ने विधिवत रूप से सन्यास के पथ पर चलने का निर्णय लिया है। 29 अक्टूबर को विधिवत सन्यास दीक्षा लेंगे। जानकारों का मानना है कि मिश्र जी को संत समाज कोई बहुत बड़ा पद देने वाला है। उन्होंने एक मेल जारी कर मीडिया जगत को अपने निर्णय से अवगत कराया।
मेल में माधवकांत जी ने कहा है कि- ''संसार में विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए परमात्मा ने एक ऐसे मार्ग पर चलने का निर्देश दिया है, जिसे संन्यास-पथ कहा जाता है. संन्यास का मूल अर्थ सबका हो जाना है. निहित स्वार्थों से ऊपर उठकर भारतीय ज्ञान-विज्ञान और प्राच्य विद्या की प्रतिष्ठा का मेरा जीवनोद्देश्य परक संकल्प अब सोमवार, २९ अक्तूबर २०१२ को विधिवत संन्यास के रूप में फलित हो रहा है. मन, कर्म, वचन, आचरण तो कब का संन्यासी हो चुका था, अब तन और वेश भी वही हो रहा है. इस जीवन में आपसे मिले हर प्रकार के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करना मेरा कर्तव्य है. साक्षात् शिवस्वरूप रुद्राक्ष पौधे को घर-घर पहुँचाने को दृढ संकल्पित हूँ और ये मेरे जीवन का लक्ष्य भी है. ४४-४५ वर्षों से मीडिया से जुड़ा रहा, मीडिया ने मुझे बहुत कुछ दिया. मीडिया मेरे रक्त में है. प्रभु की कृपा, संत-महापुरुषों के शुभाशीष और आपके सहयोग से शीघ्र ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर के दो चैनल एवं प्रिंट-इलेक्ट्रानिक के कई उपक्रमों को लेकर उपस्थित होऊँगा, जो सनातन मनीषा की प्रतिष्ठा का आधार बनेगा. मेरी मान्यता है कि सत्कर्म और समाज के कार्यों में संन्यास बाधक नहीं सहायक है. आपका सहयोग सदैव चाहिए. अग्रिम धन्यवाद-आभार. आपका- माधवकांत मिश्र''