प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज अपने दूसरे कार्यकाल में तीसरी प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। यूपीए-2 में पीएम की ये दूसरी कांफ्रेंस है। प्रधानमंत्री आज दिन में 11 बजे नेशनल मीडिया सेंटर पहुंचे। प्रेस कांफ्रेंस में सबसे पहले देशवासियों को नए साल की बधाई दी। प्रधानमंत्री ने विधानसभा चुनावों से लेकर भ्रष्टाचार पर चर्चा की।
विधानसभा चुनावों में करारी हार और आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता के आने वाले लोकसभा चुनावों पर पड़ने वाले असर की चिंता प्रधानमंत्री की प्रेस कांफ्रेंस में दिखी।
प्रधानमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस में अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया वहीं अगले लोकसभा चुनावों में अपनी उम्मीदवारी को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की। पढ़ें क्या कह रहे हैं प्रधानमंत्री-
प्रधानमंत्री ने मौन रहने पर अपनी आलोचना होने के मुद्दे पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर बोलता रहा हूं। वहीं प्रधानमंत्री ने विधान सभा चुनावों में पार्टी की हार का कारण मंहगाई को बताया। दिल्ली विधानसभा के बारे में बताते हुए कहा कि कांग्रेस आप के स्पीकर का समर्थन करेगी।
वीरभद्र मामले पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वे वीरभद्र मामले में कुछ नहीं कहना चाहेंगे। अभी उन्हें वीरभद्र मामले में सोचने का वक्त नहीं मिला है। उन्होंने वीरभद्र मसले पर अरूण जेटली की चिठ्ठी मिलने की बात स्वीकार की।
इस्तीफे की अटकलों पर विराम लगाते हुए पीएम ने कहा कि मैने कभी इस्तीफा देने के बारे में नहीं सोचा। मैं अपना काम करता रहा हूं। पीएम ने कहा कि उन्होंने कभी अपने पद का गलत इस्तेमाल नहीं किया। प्रधानमंत्री ने अपनी सफाई में कहा कि जब हमारा इतिहास लिखा जाएगा तब हम पाक-साफ साबित होंगे। उन्होंने कहा कि यूपीए-1 के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, लेकिन देश की जनता ने उन्हें स्वीकार नहीं किया और हमें दूसरा कार्यकाल सौंपा था।
अपनी उम्मीदवारी पर स्थिति साफ करते हुए पीएम ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों में मैं खुद को प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी से अलग करता हूं। लोकसभा के गठन के बाद मैं नए पीएम को सत्ता सौंप दूंगा। पीएम ने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि अगला प्रधानमंत्री यूपीए का ही होगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पीएम पद के उम्मीदवार का नाम घोषित करेगी। राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ये फैसला पार्टी करेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के योग्य उम्मीदवार हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को
चुनाव नतीजों की चिंता प्रधानमंत्री की प्रेस कांफ्रेंस में साफ दिखी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। पीएम ने कहा कि हम इस चुनाव के नतीजों से सबक लेंगे। उन्होंने कहा मंहगाई ने चुनावों में कांग्रेस के खिलाफ जनमत को एकजुट कर दिया। पीएम ने फल और सब्जियों तक के दाम बढ़ने पर चिंता जताई।
अपनी उपलब्धियों को गिनाते हुए पीएम ने कहा कि उनके कार्यकाल में देश के कोने-कोने तक विकास पहुंचा। देश प्रति व्यक्ति आय चार गुना तक बढ़ गई। मनरेगा को अपने कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मनरेगा से देश के गरीब तबके को सबसे ज्यादा फायदा हुआ। देश का मजदूर और गरीब वर्ग इसके चलते आत्मनिर्भर हुआ है।
मनमोहन सिंह ने विकास दर में तेजी आने का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव होता रहता है। वहीं भारत में रोजगार और मंहगाई की समस्या पर कहा कि वैश्विक मंदी का असर देश पर भी पड़ा है। ज्ञात हो कि इससे पहले पार्टी ये कहती रही है कि प्रधानमंत्री की नीतियों के चलते भारत पर वैश्विक मंदी का असर नहीं पड़ा है.