मुंबई के एक मॉल में, सलमान खान की आने वाली फिल्म 'जय हो' के प्रोमोशन के दौरान, अपने चहेते कलाकार की झलक पाने के लिए भीड़ बेकाबू हो गई। वहां मची धक्का-मुक्की का फायदा उठा कर कुछ लोगों ने लड़कियों से बदसलूकी भी की। मिड डे अख़बार ने अपनी वेबसाइट पर एक फोटो प्रकाशित किया है जिसमें एक आदमी लड़की से बदसलूकी कर रहा है। फोटो में लड़की का चेहरा बालों से ढंका हुआ है। कैमरे का पूरा फोकस असहज स्थिति में फंसी लड़की के शरीर पर है। जो आदमी उसके साथ बदसलूकी कर रहा है उसका चेहरा फोटो में पूरा नहीं है। फोटोग्राफी का ये कमाल कई सवाल खड़े करता है। फोटो पर कमेंट करते हुए लोगों ने पूछा है कि ये कैमरा एंगल का कमाल है या मिड डे ने जानबूझ कर उस आदमी का चेहरा प्रकाशित फोटो में काट दिया है।
Pic/ Satyajit Desai
लोगों द्वारा किए गए कमेंट्स
लगता है मिड डे और उसका फोटोग्राफर पीड़ित लड़की की असहज स्थिति को ही खबर बनाना चाहते थे। ऐसा न होता तो मिड डे का फोटोग्राफर लड़की की मदद करता न कि दूर खड़े रह कर उसके फोटो ही खींचता रहता। फोटो में उस आदमी का पूरा चेहरा भी दिखाया जा सकता था जिससे उसकी पहचान कर उस पर कानूनी कार्यवाही की जा सकती थी। लेकिन मिड डे ने ऐसा नहीं किया, उसका फोकस लड़की के शरीर पर ही रहा क्योंकि वही ख़बर है।
क्या ये उचित है कि मिड डे लड़की के साथ हुई बदसलूकी को तो खबर बनाए लेकिन बदसलूकी करने वाले को बचा ले। ये कैसी पत्रकारिता है जहां आप खुद अपराधी के साथ खड़े हुए हैं?
भडास4मीडिया को भेजे गए ईमेल पर आधारित।