Swami Balendu : अनंतमूर्ति जी, सबसे बड़ी बात ये है कि ऐसी नौबत ही नहीं आने वाली, कार्पोरेट्स के द्वारा मीडिया के लिए अपनी तिजोरी खोल बनाई गई हवा से फूला ये गुब्बारा २०१४ में पिचक जाएगा, तब मोदी भक्तों से बात करी जायेगी. हाँ वो अम्बानी, अडानी और टाटा जैसे बड़े बड़े उद्योगपतियों और व्यापारियों के लिए और मीडिया कार्पोरेट्स के लिए बहुत अच्छे हैं पर इस देश में केवल पैसे वाले ही नहीं गरीब भी बसते हैं, और शायद उनकी संख्या अम्बानियों से जादा है.
परन्तु बीजेपी ने तो आलरेडी मान ही लिया है कि मोदी तो प्रधानमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं! हमारे देश की संसदीय प्रणाली में सांसद चुने जाते हैं, प्रधानमंत्री नहीं, पहले बहुमत तो आने दो. इस देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने वाले आरएसएस के मंसूबे कभी पूरे होने वाले नहीं हैं.
स्वामी बालेंदु के फेसबुक वॉल से.