ए2जेड चैनल के वेश्यावृत्ति वाले स्टिंग ऑपरेशन से संबंधित ख़बर पर उस वक्त भले ही चैनल के किसी अधिकारी ने बात करने से इंकार कर दिया हो, अब उन्होंने स्पष्टीकरण भेजा है।
चैनल के सूत्रों का दावा है कि साउथ वेस्ट दिल्ली के द्वारका में जो सेक्स रैकेट का स्टिंग ऑपरेशन किया था वो उनके चैनल के रिपोर्टर ने नहीं, बल्कि पूर्वी दिल्ली के घोंडा इलाके में मौज़ूद एक केबल नेटवर्क चैनल 'ए टू जेड वारदात' के रिपोर्टर ने किया था। चैनल के मेल के मुताबिक़ "नजर हर जुर्म पर" के टैगलाइन वाले इस चैनल के नाम में कुछ समानता है जिसके कारण उनके चैनल को बदनामी मिल रही है।
मेल में कहा गया है कि जिस चैनल के रिपोर्ट्स द्वारा स्टिंग ओपरेशन करके कुछ लोगो को गिरफ्तार करवाए जाने की खबर पिछले दिनों कुछ अखबारों व मीडिया पोर्टलों में छपी उसका करोलबाग से चलने वाले ए2जेड न्यूज चैनल से कोई लेना-देना नहीं है।
मेल में लिखा है, "दो दिन पहले इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने भी बिना पुलिस की एफआईआर को ठीक से पढ़े इस सैटेलाइट न्यूज चैनल ए2जेड का नाम छाप दिया। जिसकी मीडिया जगत में काफी भर्त्सना हुई है। साथ ही एक चैनल को बिना वजह बदनाम करने की कोशिश करने वाले अखबार व मीडिया पोर्टलों से स्पष्टीकरण छापने की मांग भी की जा रही है। इस एफआईआर में साफ साफ लिखा है कि उक्त 'ए टू जेड वारदात' नाम का एक चैनल है जिसनें पुलिस से मिल कर कालगर्ल्स को पकडवाया। इस चैनल ने अपने नाम में '2' नहीं लिखकर इंगलिश में 'टू' और आगे 'वारदात' लिखा हुआ है। ए2जेड न्यूज चैनल के प्रबंधकों ने संबंधित विभागों, अखबारों व मीडिया पोर्टलों से आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है।"