8 नवम्बर के नवभारत टाइम्स, मुंबई के पेज 3 पर छपी खबरों में गल्तियों की भरमार है। बासी खबरें देने वाले एनबीटी में अब फ्रूफ भी नहीं पढ़ा जाता। ''इनके टिकट पक्के है'' खबर में मुकुल वासनिक को मुकुल वासिनक, आनंदराव को आनंदवार, वर्धा को वधार, फ़िलहाल की जगह फलिहाल छपा है। एक दूसरी न्यूज़ 'सायकल से देश भ्रमण' में छपा है झारखण्ड के नेपाल तक (नेपाल झारखण्ड में कब शामिल हुआ), करके रहेंगे की जगह करे और तो की जगह को छपा है।
इसी पेज की एक अन्य खबर 'शहर की आधी से अधिक बिल्डिंगो को ओसी नहीं' शीर्षक वाली न्यूज़ में बिल्डिंगो की जगह बिल्डंगो, मानसून सत्र की जगह वर्षाकाल विधानसभा सत्र, जिन्हें की बजाय जिन्होंने जैसी गल्तियाँ हैं। इसी न्यूज़ में लिखा है 'मुख्यमंत्री तक को गलत मुहैया करायी गयी'। यानि जानकारी शब्द गायब है। इसी न्यूज़ पेपर के पेज 2 पर छपी खबर 'सागर किनारे दिखेगी छठ की छटा' में लिखा है सूर्य की उपासना का महान पर्व छठ की तैयारिया मुंबई व आसपास के इलाके में काफी धूमधाम से मनाया जा रहा। तैयारिया की जाती है, मनाया नहीं जाता। हर खबर में कुछ न कुछ गल्तिया हैं। कम से कम नवभारत टाइम्स जैसे अखबार से पाठक एसी उम्मीद नहीं करते।
मुंबई से नवभारत टाइम्स के एक पाठक की तरफ से भेजे गए पत्र पर आधारित.