देश में तेजी से पांव पसार रही मीडिया इंडस्ट्री में पिछले कुछ दिनों से आ रही खबरों ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. दो बड़े ग्रुपों के विलय की खबरों के बीच देश की दो जानी मानी हस्तियों की इसमें दिलचस्पी लेने की खबरें भी आई हैं. पहली खबर है कि देश के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी तेजी से विस्तारित हो रही टीवी एवं इंटरनेट माध्यमों पर अपनी नजरें जमाएं बैठे हैं. फिलहाल अपना नया वेंचर लाने या नई कंपनी खोलने की बजाय वे बाजार में जमी-जमाई कंपनियों में शेयर खरीदने की संभावनाएं तलाश रहे हैं.
खबर है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी राघव बहल के स्वामित्व शेयर वाली कंपनी नेटवर्क18 में हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी कर रहे हैं. कुछ दिन पहले खबर आई थी कि इनाडु टीवी अपने अपने ग्यारह रीजनल और एक तमिल चैनल बेचना चाहता है. इसके बाद यह खबर भी आई कि इनाडु राघव बहल की कंपनी में अपना विलय कर सकती है तथा इसमें मुकेश अंबानी नेटवर्क18 के शेयर खरीदकर मदद कर सकते हैं. रिलायंस की नेटवर्क18 में भागीदारी की चर्चा को तब औऱ जोर मिला जब कल वाल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा कि पहले चरण में मुकेश अंबानी नेटवर्क18 के कुछ शेयरों को खरीदेंगे बाद में नेटवर्क18 और ईटीवी दोनों ही चैनलों का बड़ा हिस्सा रिलायंस के खाते में लाया जाएगा.
इन घटनाक्रमों के बीच अचानक टाइम्स आफ इंडिया ने खबर दी कि रामोजी राव के इनाडु टीवी के एक दर्जन चैनलों पर राज्यसभा सांसद एवं उद्योगपति राजीव चंद्रशेखर भी अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं. खबर में कहा गया कि राजीव की कंपनी जुपिटर कैपिटल इनाडु टीवी में दिलचस्पी दिखा रही है. इसमें दावा किया गया था कि नेटवर्क18 और इनाडु की बातचीत फाइनल नहीं हो पाई है. जबकि बिजनेस स्टैंडर्ड ने इसके ठीक एक दिन पहले नेटवर्क18 और इनाडु टीवी के बीच की डील को अंतिम दौर में बताया था. हालांकि इन दोनों खबरों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है कि इनाडु को नेटवर्क18 खरीदेगा या जुपिटर कैपिटल, लेकिन मुकेश अंबानी के नेटवर्क18 में शेयर खरीदने की पूरी संभावना जताई जा रही है.
टीवी इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अगर नेटवर्क18 और इनाडु के बीच समझौता हो जाता है तो इस ज्वाइंट वेंचर के चैनलों की रीच इतनी हो जाएगी, जितनी जी समूह और स्टार समूह की है. इस लिहाज से मुकेश अंबानी के लिए भी नेटवर्क18 के शेयर खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है. वाल स्ट्रीट जर्नल मुताबिक रिलायंस पिछले कुछ सालों में अपने विस्तार के क्रम में बड़ी पूंजी निवेश की है, जिससे कंपनी का खर्च काफी बढ़ गया है. इस स्थिति में नेटवर्क18 के साथ जुड़ना लाभ का सौदा हो सकता है. रिलायंस ने कुछ समय पहले ही वायकॉम एवं वेब पोर्टल इनडॉट कॉम के साथ समझौता में भारी निवेश किया है. मुकेश अंबानी के नेटवर्क18 से जुड़ जाने का फायदा राघव बहल की कंपनी को भी मिलेगा.
राघव बहल की नेटवर्क18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड की वार्षिक रेवेन्यू 274 मिलियन डॉलर के करीब है, फिर भी यह लाभ में नहीं चल रही है. नेटवर्क18 भी नए एवं सामर्थ्यवान निवेशकों की तलाश काफी समय से कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि अंबानी पहले नेटवर्क18 में आंशिक शेयर खरीदना चाहते हैं, इसके बाद वे इनाडु टीवी के नेटवर्क18 में विलय में अपनी भूमिका निभा सकते हैं.