: कानाफूसी : राजीव शुक्ला और अनुराधा प्रसाद के चैनल न्यूज़24 में इन दिनों काफी कुछ चल रहा है. इंडिया टीवी के सीईओ के आने के बाद इस चैनल में इंडिया टीवी से आए कर्मचारियों की भरमार होती जा रही है. सुनने में आ रहा है कि जो लोग इंडिया टीवी में साधारण पोस्ट पर थे उन्हें ऊँची पोस्ट पर न्यूज़ 24 में लाया गया है और उन्हें ज्यादा सेलरी दी जा रही है. दो सप्ताह पहले दफ्तर में समय से ना आने और शनिवार को दफ्तर से गयाब रहने के कारण कई उच्चाधिकारियों की कंपनी की एमडी अनुराधा प्रसाद ने जमकर क्लास ली थी. न्यूज़24 में अजीत अंजुम समेत पुराने उच्च अधिकारियों की एक लॉबी और इंडिया टीवी से आई टीम की लाबी के बीच ठनी हुयी है.
ऐसे में जो पुराने कर्मचारी हैं वो परेशान हैं. कारण, इतने लम्बे समय से उनकी सेलरी नहीं बढ़ायी गयी है और दूसरे लोग प्रबंधन के नाक तले बड़े बड़े कारनामे कर रहे हैं. इसका फायदा इंडिया टीवी से आई टीम उठा रही है. इन्हीं में से कुछ चमचा टाइप लोग मौज उड़ा रहे हैं, और काम के नाम पर खली घूमते नज़र आते हैं. वे अपने मन से आते हैं, मनमर्ज़ी से जाते हैं, यहाँ तक की रविवार के दिन यदि उनका वर्किंग हो तो दफ्तर आते ही नहीं और अपना आईडी कार्ड अपने चेलों से पंच करवाते हैं.
न्यूज़24 की इंग्लिश वेबसाइट में इन दिनों एक ऐसा व्यक्ति काम कर रहा है जिसे हिंदी वेबसाइट के लिए चयनित किया गया था. हिंदी बैकग्राउंड का यह व्यक्ति नोएडा के किसी हिंदी लोकल अखबार में काम कर चुका है और इसे अंग्रेजी ठीक से नहीं लिखनी आती. ये बिना अंग्रेजी के कार्य अनुभव के पिछले लगभग २ साल से सीनियर एडिटर की पोस्ट पर कार्यरत हैं. ऐसे में अंग्रेजी वेबसाइट का क्या हाल होगा, आप समझ सकते हैं. हम यूं ही ये बात नहीं कह रहे, हमारे पास इसके पुख्ता सबूत भी हैं. न्यूज24 के वेब डिवीजन में तो ऐसे लोगों की एंट्री हो रही है जो सिफारिश के दम पर लाये जा रहे हैं. सिफारिश के दम पर ही उन्हें अच्छी सैलरी और पोस्ट दी जा रही है, चाहे एक्सपीरिएंस कम ही क्यों न हो. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि मिसमैनेजमेंट की मिसाल बनता जा रहा है न्यूज़ 24.
न्यूज24 में कार्यरत एक कर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित. कानाफूसी कैटगरी की खबरें सुनी सुनाई बातों व चर्चाओं पर आधारित होती हैं, इसलिए इस पर भरोसा करने से पहले एक बार खुद के स्तर पर तथ्यों की जांच कर लें.