नईदिल्ली, 19 जनवरी, 2014, कर्नाटक के करीब बारह हजार गांवों में सरकार और ग्रामवासियों के बीच सेतु का काम करते हुए विकास का नया अध्याय लिखने वाले स्वैच्छिक संगठन ‘अपना देश’ द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका ‘अपना देश समाचार’ का आज यहां विमोचन हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री ऑस्कर फर्नान्डीज़ ने कहा कि छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान हेतु हमेशा सरकार के भरोसे बैठे रहने से काम नहीं चलेगा। इसके लिए लोगों को कुछ समस्याओं के समाधान हेतु स्वयं आगे आकर प्रयास करने होंगे। अपना देश अभियान की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस के संस्थापक एवं कर्नाटक के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भरतलाल मीणा ने सरकार और लोगों के बीच सहभागिता का जो प्रशंसनीय प्रयास आरंभ किया है उसे पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेद प्रताप वैदिक, डॉ. श्याम सिंह शशि, राज्य सभा सांसद मोहम्मद अदीब, गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव गोपाल रेड्डी के अलावा ‘अपना देश’ के संस्थापक भरतलाल मीणा भी उपस्थित थे।
लोगों को सम्बोधित करते हुए आस्कर फर्नांडेज। भरतलाल मीणा (एकदम बायें), मोहम्मद अदीब आदि
श्री फर्नान्डीज़ ने आगे कहा कि‘अपना देश’ ने हिन्दी, अंग्र्रेजी और कन्नड में एक साथ पत्रिका प्रकाशित कर जो तीन कदम एक साथ बढ़ाये हैं वे एक शुभ संकेत हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद परम्परागत ज्ञान को संरक्षित एवं प्रचारित करने की अति आवश्यकता है। ‘अपना देश’ के संस्थापक भरतलाल मीणा ने कहा कि उनके कार्यकर्ता तो सिर्फ उत्प्रेरक हैं, विकास का काम गांव के लोग स्वयं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता एवं ईमानदारी से यदि प्रयास किये जाते हैं तो उनका समाज पर अच्छा असर होता ही है। उन्होंने बताया कि बैंगलोर आकाशवाणी पर‘सलाम अपना देष’नाम से जो साप्ताहिक प्रोग्राम शुरू हुआ है उस ने लोगों को इस प्रकार की रचनात्मक गतिविधियों से जुडने के लिए प्रेरित किया है। डॉ. वेद प्रताप वैदिक ने कहा कि आज की पत्रकारिता में रचनात्मक गतिविधियों के समाचार बहुत कम होते हैं। इस कमी को‘अपना देश समाचार’पूरा करेगा, ऐसी उम्मीद है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से उन्होंने अपील की कि अपने हस्ताक्षर अपनी मातृ भाषा में ही करें और अपने बच्चों पर अंग्रेजी संस्कार थोपने का प्रयास न करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मोहम्मद अदीब ने कहा कि सरकारों में परिवर्तन होते रहते हैं लेकिन जो सबसे जरूरी काम है वह है मानसिकता परिवर्तन का। उन्होंने कहा कि मानसिकता परिवर्तन का जो काम‘अपना देश’ ने किया है उसे पूरे देष में फैलाया जाए। डॉ. श्याम सिंह शशि ने छोटे समाचार पत्रों के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे अखबार समाज परिवर्तन में बड़ी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने रचनात्मक कार्यो में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाये जाने पर भी जोर दिया।
बसवराज, सचिव, संपर्क: 09448957666