पीजे कुरियन के खिलाफ फेसबुक पर कमेंट करने वाले 111 पर केस

Spread the love

नई दिल्ली : सूर्यनेल्ली गैंगरेप केस में राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद फेसबुक पर कुरियन का विरोध बढ़ता जा रहा है. कुरियन के खिलाफ फेसबुक पर आपत्तिजनक कमेंट करने के आरोप में केरल की साइबर पुलिस ने 111 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार की खबर पर कमेंट लिखने पर एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि कमेंट शेयर करने पर 110 लोगों पर केस दर्ज किया गया है.

आपको बता दें कि 1996 के सूर्यनेल्ली गैंगरेप केस में पीड़ित लड़की की ओर से कुरियन के खिलाफ दो दिन पहले ही कोट्टयम के चिंगावनम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन इसके बाद फेसबुक पर कमेंट शेयर करना लोगों के लिए महंगा साबित हो रहा है. ग़ौरतलब है कि बजट सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले यानी 20 फरवरी को पीजे कुरियन ने सांसदों को चिट्ठी लिखकर अपनी बेगुनाही साबित करने की कोशिश की. कुरियन ने अपने पत्र में कहा कि उनके खिलाफ रेप का मामला झूठा है.

केरल महिला कांग्रेस चीफ बिंदु कृष्णा ने मुख्यमंत्री ओमेन चंडी से मिलकर इससे जुड़ी शिकायत दर्ज की थी. बिदु के मुताबिक कुरियन के खिलाफ़ कमेंट को कुल 2 हज़ार लोगों ने शेयर किया है और ये कमेंट उनकी मानहानि करते हैं. सूत्रों के मुताबिक इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ भी हुई है. मामला आईटी एक्ट के सेक्शन 66 के तहत दर्ज हुआ है. इसके मुताबिक नफरत फैलाने वाले या किसी की भावनाओं को आहत करने वाले संदेश पर 3 साल तक की सज़ा हो सकती है. सूर्यनेल्ली केस पर ही आज केरल हाईकोर्ट में सुनवाई भी होनी है.

विपक्षी पार्टियाँ जैसे बीजेपी और वामपंथी दलों का कहना है कि कुरियन के लिए यह ग़ैर-मुनासिब होगा कि वे महिला सुरक्षा और महिला अपराध से जुड़े नए कानून की बहस की अध्यक्षता करें. कुरियन के विरोधियों की मांग है कि कथित रेप मामले में कुरियन की छुट्टी की जाए. आरोप हैं कि साल 1996 में सूर्यानेल्ली में एक स्कूल छात्रा का अगवा किया गया और 40 दिन तक 42 लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया. पीड़ित महिला का आरोप है कि उन 42 बलात्कारियों में कुरियन भी शामिल थे.

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *