बुलंदशहर। मुम्बई दिल्ली के बाद एनसीआर के बुलंदशहर में सेक्स रैकेट का धंधा जोरों पर था। यूपी पुलिस में तैनात तेजतर्रार आईपीएस वैभव कृष्ण ने सीओ सिटी का पद सम्भालने के बाद सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस के कई कर्मचारी, नेताओं और पत्रकारों के चहरों को बेनकाब किया है। बुलंदशहर के होटलों में ये सेक्स रेकेट का धंधा लम्बे समय से पुलिस, नेता और पत्रकार की तिकड़ी से ऑन डिमांड चल रहा था। मामले के खुलने के बाद खुर्जा गेट चौकी इंचार्ज डीके वशिष्ठ को एसएसपी गुलाब सिंह ने लाइन हाजिर कर दिया।
इस धंधे में बीस से ज्यादा पुलिस के कर्मचारी और शहर के पूर्व सभासद राकेश व एक मौजूदा सभासद ऋषिपाल शामिल है। शर्मिन्दगी की बात है कि इसमें पत्रकार भी शामिल हैं. इस प्रोफेशन में आने वाले लोग पत्रकारिता के मूल उद्देश्य को पीछे छोड़ गये हैं। बुलंदशहर के सेक्स रैकेट में पांच पत्रकारों के नाम आये हैं। इनमें से नदीम खान जो 'बुलन्द सुनामी' अखबार के सम्पादक हैं, दूसरे अली शरर जो 'टी0वी0 100' और 'फॉर रियल न्यूज' का स्ट्रींगर है, तीसरा पत्रकार जहीर खान जो कि 'दैनिक भास्कर' का स्ट्रींगर है, चौथा पत्रकार मनोज चौधरी और पांचवा पत्रकार विक्रम भटनागर है।
ये पांचों पत्रकार कॉल गर्ल संचालिकाओं की सेटिंग पुलिस से कराते थे और सेक्स रैकेट चलाने के लिए बीस हजार रुपये की एकमुश्त रकम लेते थे। इसका खुलासा सेक्स रैकेट संचालिका बाला ने किया। पुलिस लिखापढ़ी में इन नामों को लेने और इन्हें वांटेड करने की तैयारी कर रही है।
भड़ास4मीडिया से बातचीत में आईपीएस वैभव कृष्ण ने बताया कि लगभग आधा दर्जन पत्रकारों के इस रैकेट में शामिल होने की आशंका है। इस बारे में गहराई से छानबीन की जा रही है। काल डिटेल वगैरह निकाले, चेक किये जा रहे हैं। पुलिस जल्द ही तफ्तीश पूरी कर आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करेगी।
मूल खबर ये है-