बाज़ार नियामक संस्था सेबी से अपने रिश्ते सुधारने के लिए सुब्रत रॉय के स्वामित्व वाले सहारा ग्रुप ने कंपनी के विभिन्न क्षेत्रों में 56000 नौकरियां देने के लिए आवेदन मांगे हैं। कम्पनी आने वाले तीन सालों में चार लाख लोगों को नौकरी देगी। जब से सुब्रत रॉय और सेबी में टकराव हुआ है, सुब्रत रॉय की मुसीबतें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। 28 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय के देश छोड़ के जाने पर तब तक के लिए रोक लगा दी है जब तक वे सेबी को निवेशकों के पैसों से संबंधित जानकारी नहीं दे देते।
अपनी इमेज को सुधारने के लिए ही सहारा ग्रुप विभिन्न क्षेत्रों में इतनी सारी नौकरियां लोगों को देने जा रहा है। इसका निर्णय सहारा इंडिया परिवार के 37वें स्थापना दिवस पर लिया गया था। अपने इस कदम से सहारा ने बता दिया है कि देश और सेबी के सामने अपनी खराब इमेज को सुधारने के लिए वो कुछ भी कर सकता है।