ज्ञान प्रकाश बने नेटवर्क10 के यूपी ब्‍यूरोचीफ

लखनऊ से खबर है कि वरिष्‍ठ जर्नलिस्‍ट ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी उर्फ ज्ञान स्‍वामी ने नेटवर्क10 ज्‍वाइन कर लिया है. उन्‍हें चैनल में यूपी का ब्‍यूरोचीफ बनाया गया है. ज्ञान को पत्रकारिता और फोटोग्राफी दोनों में महारथ हासिल है. दैनिक आज से फोटोग्राफर के रूप में करियर शुरू करने वाले ज्ञान बाद में इसी अखबार में …

नेटवर्क10 से विदा हुए 11 पत्रकारों की लिस्‍ट

ख़ुशी आने पर भी थी और जाने पर भी है। कल अकेले थे आज टीम हो गयी। पत्रकरिता जीवन का एक और पड़ाव पार हो गया। उत्तराखंड से प्रसारित पहले 24×7 चैनल की लॉंचिंग टीम ने आखिरकार एक साल के सफर के बाद चैनल को अलविदा कह दिया। ये शायद पहला मौका होगा कि चैनल को अलविदा कहने वाले कर्मचारियों ने चैनल हेड को बकायदा पुष्प गुच्छ देकर उन्हें इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उन्होंने अपने सानिध्य में हमें काम करने का मौका दिया।

सैलरी क्राइसिस के चलते नेटवर्क10 से कई का इस्‍तीफा

: अपडेट : देहरादून से संचालित नेटवर्क10 से खबर है कि यहां सैलरी को लेकर हंगामा काफी तेज हो गया है. प्रबंधन से नाराज लगभग एक दर्जन पत्रकारों ने चैनल को अलविदा कह दिया है. अब चैनल दोयम दर्जे के पत्रकारों के सहारे संचालित किया जा रहा है. इस्‍तीफा देने वाले सभी पत्रकारों को पोस्‍ट डेटेड चेक दिए गए हैं. चैनल को सबसे बड़ा झटका प्राइम टाइम एंकर आशीष तिवारी के इस्‍तीफा देने से लगा है. आशीष प्राइम टाइम एंकर होने के साथ आउटपुट हेड की जिम्‍मेदारी भी संभाल रहे थे.

अशोक पांडेय ने किया नेटवर्क10 का बेड़ा गर्क

कहावत है कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। नेटवर्क 10 की लांचिंग से पहले ही आसार दिखने लगे थे कि आने वाले वक्त में इसकी हालात खस्ता होने वाली है। चैनल प्रबंधन ने मालिकों को शुरुआत में बड़े बड़े सपने दिखाए, उन सपनों के आगोश में आकर ही चैनल मालिकों ने नेटवर्क 10 को खड़ा करने के लिए जमकर पैसे लुटाए। शिमला बाईपास पर एक नई बिल्डिंग में चैनल का आफिस खोला गया। न्यूज़ रूम से लेकर, पीसीआर, आईटी और तमाम आफिस शानदार तरीके बनाए गए। 

सैलरी के लिए नेटवर्क10 चैनल में कर्मचारियों की हड़ताल

देहरादून से संचालित नेटवर्क10 में स्थिति खराब है. सैलरी नहीं मिलने से नाराज कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि दो महीने से लेकर पांच महीने तक की सैलरी कर्मचारियों को नहीं मिली है. जो लोग प्रबंधन के नजदीकी हैं उन्‍हें तो बीच बीच में कभी सैलरी के नाम पर पैसे दे दिए गए, परन्‍तु जिनकी मैनेजमेंट से नजदीकी नहीं रही वे लोग कई महीनों की सैलरी नहीं पा सके हैं. कर्मचारी फिलहाल सांकेतिक हड़ताल पर हैं, पर उनका कहना है कि जल्‍द से प्रबंधन ने उनकी बातों पर ध्‍यान नहीं दिया तो वे चैनल का प्रसारण ठप कर देंगे.