पढिए.. कैसे तीन मीडियाकर्मियों ने दिया पत्रिका को झटका

बिलासपुर से खबर है कि तीन तीन मीडियाकर्मियों ने पत्रिका को झटका दे दिया. इनमें से दो सब एडिटर तथा एक पेजमेकर शामिल है. बताया जा रहा है कि सब एडिटर दिलीप यादव तथा दीपक देवांगन तथा पेजमेकर रवि वैष्‍णव ने सात फरवरी को नईदुनिया, बीना को बिना कोई सूचना दिए पत्रिका ज्‍वाइन कर लिया था. लंबे समय तक चले मोलभाव के बाद तीनों ने सेवा शर्तों और वेतन तथा भत्‍तरों के संबंध में ठोंक बजाकर बात कर ली थी.

अजय कुमार की लड़ाई से घबरा गया है राजस्‍थान पत्रिका

: अन्‍य अखबार के पत्रकारों के लिए भी सबक : प्रबंधन को कोर्ट में घसीट रखा है इस पत्रकार ने : अपने हक की आवाज उठाना राजस्‍थान पत्रिका के वरिष्‍ठ पत्रकार अजय कुमार बिहारी को मुश्किल में डाल गया है. इसके बावजूद यह पत्रकार अपने तथा राजस्‍थान पत्रिका के तमाम पत्रकारों के हितों को देखते हुए पीछे हटने को तैयार नहीं है. अजय की आवाज दबाने के लिए अखबार प्रबंधन ने उन्‍हें गलत तरीके से टर्मिनेट कर दिया, जिस पर उन्‍होंने कोर्ट की शरण ली और मुंबई लेबर कोर्ट में प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, जो अब भी चल रहा है.

पत्रिका से चीफ रिपोर्टर का इस्‍तीफा, संपादकीय प्रभारी का तबादला

: भारतेन्‍दु, हरीमोहन, राजेश, बॉबी एवं नितिन की नई पारी  : राजस्‍थान पत्रिका, जयपुर से खबर है कि चीफ रिपोर्टर मनीष गोधा ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे काफी समय से पत्रिका से जुड़े हुए थे. उन्‍होंने दैनिक भास्‍कर के सेकेंड ब्रांड डीएनए से अपनी नई पारी शुरू की है. अभी कुछ दिन पहले ही पत्रिका ने जयपुर संस्‍करण के संपादकीय प्रभारी राजीव तिवाड़ी को हटाकर अपने सेकेंड ब्रांड डेली न्‍यूज भेज दिया है. इसे पत्रिका में दोयम दर्जे का अखबार माना जाता है. कहा जा रहा है कि यह तिवाड़ी का डिमोशन है. खबर है कि राजस्‍थान पत्रिका, जयपुर में अंदरखाने सबकुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है. 

पैसे वसूलने के आरोप में निकाला गया पत्रिका का रिपोर्टर!

पत्रिका रायपुर संस्करण में दीवाली पर बॊनस नहीं मिलने पर रिपॊर्टर ने वसूली की। इसकी जानकारी जब संपादक कॊ हुई तॊ उसे तत्काल नौकरी से निकाल दिया गया। पत्रिका में पैसा मांगने वाले पत्रकारॊं कॊ नौकरी से तॊ निकाला ही जाता है उनकी खबर भी पहले पन्ने पर छापी जाती है। खबर है कि इस बार शैलेंद्र पटवा कॊ ५० हजार रुपए की वसूली करने के आरॊप में निकाला गया है।

कोटा में दूसरे अखबारों की खबरें छाप रहा है पत्रिका

यशवंत जी, आजकल राजस्‍थान पत्रिका, कोटा में काफी झोल हो गया है. यह अखबार अब ओरिजन कंटेंट देने की बजाय दैनिक भास्‍कर का नकल करने लगा है. आप देखिए की छठ पर्व के दौरान जिस हेडिंग से भास्‍कर ने खबर लगाई थी, लगभग उसी हेडिंग के साथ राजस्‍थान पत्रिका ने यह खबर अगले दिन प्रकाशित किया. पत्रिका में आजकल ऐसा ही घोटाला चल रहा है. समचारों में कूड़ा-कचरा कुछ भी छाप दिया जा रहा है. रिपोर्टर किसी पुरानी खबर को दुबारा लिखकर बाई लाइन स्‍टोरी बनाते हैं.

एजीएम सरकुलेशन वीपीएस भदौरिया ने पत्रिका से दिया इस्तीफा

पत्रिका, भोपाल से खबर है कि एजीएम सर्कुलेशन वीपीएस भदौरिया ने इस्‍तीफा दे दिया है. वे काफी समय से पत्रिका से जुड़े हुए थे. मध्‍य प्रदेश में पत्रिका को प्रसार के स्‍तर पर सफलता दिलाने में भदौरिया का काफी योगदान रहा है. बताया जा रहा है कि प्रबंधन के लगातार कुछ खास लोगों की ही सुनने से वीपीएस नाराज चल रहे थे. वे अपनी नई पारी कहां से शुरू करने जा रहे हैं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. वीपीएस पत्रिका के पहले भी कई अखबारों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं. खबर है कि प्रबंधन की एक खास प्रदेश के लोगों को ही तवज्‍जो देने के चलते संपादकीय से भी कुछ लोग इस्‍तीफा दे सकते हैं.

चार्ली हेब्‍दो पत्रिका के कार्यालय पर बम से हमला, पीएम ने की निंदा

फ़्रांसिसी व्यंग्य पत्रिका 'चार्ली हेब्दो' ने इस्लाम के पैगम्बर हज़रत मोहम्मद को अपने नए अंक का 'मुख्य संपादक' नियुक्त किया है. पत्रिका के इस अंक को 'शरिया हेब्दो' का नाम दिया गया है तथा इसका अतिथि संपादक पैगम्‍बर मुहम्‍मद को बनाया गया है. इससे नाराज लोगों ने पत्रिका के कार्यालय पर पेट्रोल बम से हमला किया, जिसमें कार्यालय को काफी नुकसान पहुंचा है. फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रांसिस फिलॉन ने व्यंग्य पत्रिका चार्ली हेब्दो के कार्यालय पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि फ्रांस के लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बुनियादी हक है, इसलिए हिंसा की ऐसी घटनाओं को जायज नहीं ठहराया जा सकता.

विधायक का चमचा बना राजस्थान पत्रिका!

अजमेर के केकड़ी में राजस्थान पत्रिका पूर्ण रूप से विधायक का चमचा बन गया हैं। हालात यह हो गये हैं कि जिला कलक्टर, एसपी की बैठक में जमकर हंगामा होता हैं और अखबार में खबर तक नहीं छपती। यह सिर्फ इसलिये कि अगर खबर छपती तो विधायक जी की इमेज खराब हो जाती। पूरा वाकया यूं हुआ कि 21 अक्टूबर को पुलिस थाने में जिला कलक्टर और एसपी की मौजूदगी में सीएलजी की बैठक चल रही थी, जिसमें भाजपा के अध्यक्ष ने कांग्रेसी विधायक रघु शर्मा पर आरोप जड़ दिया कि उनके विधायक बनने के बाद क्षेत्र में एक भी विकास का कार्य नहीं हुआ।