: हमलावरों से घिरे सीओ को हमराहियों ने अकेला छोड़ा, खतरे में पड़ गई जान : इलाहाबाद। पड़ोसी जिले में कुंडा कांड की आग अभी पूरी तरह बुझी भी न थी कि शनिवार को इलाहाबाद में भी एक डिप्टी एसपी पर जान की बन आई। संयोग अच्छा रहा कि एक बड़ी अनहोनी टल गई। हमलावरों से घिरे इस डिप्टी एसपी को भी कुंडा के डिप्टी एसपी जियाउल हक की तरह हमलावरों के बीच अकेला छोड़ हमराहियों ने मुंह फेर लिया। इतना ही नहीं, ड्यूटी पर तैनात अन्य कई थानाध्यक्षों ने भी मदद मांगने के बावजूद कोई मदद नहीं की। भुक्तभोगी सीओ ने पुलिस के बड़े अफसर से मिलकर घटना की बाबत शिकायत की है।
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…ऐसे में बोर्ड परीक्षा का मतलब ही क्या है?
इलाहाबाद। सूबे में भले ही समाजवादी पार्टी की सरकार हो पर शिक्षा क्षेत्र में तो शिक्षा माफियाओं का ही एकछत्र राज चल रहा है। खासकर यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं की कार्यप्रणाली देखकर पूरे दावे से कहा जा सकता है कि शासन-प्रशासन ने नकल माफियाओं के आगे पस्त होकर घुटने टेक दिए हैं। इतना ही नहीं, आमजन तो अब यह भी कहने लगे हैं कि ऐसी बोर्ड परीक्षा का मतलब ही क्या रह गया है।
इलाहाबाद में सपा विधायक के समर्थकों का तांडव, बसपा नेता का घर फूंका
इलाहाबाद। सूबे में कानून व्यवस्था की धज्जियां अपने ही उड़ा रहे हैं। मंत्री और विधायक पर अगुंली उठती है पर सरकार इसे कम नहीं कर पा रही है। आए दिन कभी कुंडा कांड, कभी कैबिनेट मंत्री का अमेठी की महिला डीएम की खूबसूरती पर सार्वजनिक टिप्पणी… क्या कहा जाए।
विरोधों-विवादों एवं दुर्घटनाओं के साथ हो गया महाकुंभ का समापन
महाशिवरात्रि के स्नान के बाद विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेला महाकुंभ का समापन हो गया। पर आखिरी वक्त में कई सवाल भी छोड़ गया। पचपन दिनों तक चले इस महाकुंभ में दस करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई। मकर संक्रांति से लेकर महाशिवरात्रि तक चले इक्कीसवीं सदी के इस मानव महामिलन के महापर्व यानि महाकुंभ अब बारह साल बाद आएगा।
अगवा बेटी के लिए किसान अब कहां करे फरियाद?
इलाहाबाद। सत्तासीन होने के बाद अखिलेश सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती पटरी से उतरी कानून व्यवस्था को दुरूस्त करना, पुलिस की मनमानी को रोकना था। पर, पुलिस है कि हम नहीं सुधरेंगे की तर्ज पर कार्य करने पर आमादा है। भले ही इसके चलते सरकार को विधानसभा से लेकर सड़क तक बार-बार शर्मिंदगी क्यों न उठानी पड़ रही हो। समाजवादियों को जनता के सामने निरूत्तर होना पड़ रहा हो। कुंडा से देवरिया तक सरकार के मुखिया और पुलिस के मुखिया को तगड़े जनाक्रोश का सामना क्यों न करना पड़ रहा हो। पता नहीं इन घटनाओं से ‘सरकार-बहादुर’ सबक ले भी रही है या नहीं।
अखिलेश जी! आवाम के इस गुस्से को समझिए
इलाहाबाद। कुंडा में पुलिस अफसर की हत्या, जिन पर जनता के सुरक्षा की जिम्मेवारी, वे सरेआम मारे जा रहे हैं। डिप्टी एसपी के साथ बलीपुर गांव जा रहे वर्दीधारी सशस्त्र पुलिसकर्मियों का भयवश खेतों में घंटे छिपे रहना। पुलिस अफसर के कत्ल में खून के छींटे सरकार के कैबिनेट मंत्री के दामन पड़ना…आखिर क्या हो रहा है यूपी में। इन घटनाओं से उपजे कई सवाल, जवाब तलाश रहे हैं।
इलाहाबाद में गोली मारकर प्रधान पति की हत्या
इलाहाबाद। गंगापार के नवाबगंज में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। कछार के अकबरपुर उर्फ गंगागंज में दो मार्च को दिनदहाड़े ताबडतोड़ गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। कत्ल के पीछे पुरानी चुनावी रंजिश बताई जा रही है। मृतक के भाई नौशाद ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें उसी गांव के ही तीन लोगों को नामजद कराया गया है। पुलिस अफसरों ने मौके पर पहुंचकर लोगों से पूछताछ की। देर शाम तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
ब्लैक लिस्टेड 125 स्कूलों के परीक्षा केंद्र कैंसिल
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए बनाए गए एक सौ पच्चीस केंद्रों को निरस्त कर दिया है। परीक्षा केंद्र चाहने वाले स्कूल प्रबंधकों के बीच हड़कंप मच गया है। यह सभी केंद्र गड़बड़ियों की वजह से पहले से ही काफी कुख्यात हो चुके थे। इनके नाम काली सूची में डाले गए थे। समझा जा रहा है कि केंद्र निरस्त करने की यह कार्रवाई हाइकोर्ट के सख्त रूख को देखते हुए की गई है।
कुंभ मेला में छोटी नदियां बचाने का जुनून
इलाहाबाद। प्रयाग महाकुंभ मेला के समापन काल में विश्व भर के जाने माने चित्रकारों का सम्मेलन सेक्टर छह में शुरू किया गया है। 27 फरवरी को मुम्बई के विख्यात फिल्मकार पंकज मिस्त्री भी पहुंच गए हैं। उन्होंने कुंभ मेला को अपने कैमरे में कैद किया। खासकर गंगा के हाल, तम्बुओं के छोड़े अवशेष, कलश और हवनकुण्डों पर उनकी नजर पडी़।
फिर मिलने के वादे संग कल्पवासी लौटने लगे घर
इलाहाबाद। संगम की रेती को माथे लगा त्रिवेणी मइया का आशीष मांगा। पड़ोसियों से गले मिले और फिर मिलने का वादा कर लाखों कल्पवासी संगम नगरी से अपने-अपने घरों को विदा हो गए। ना कोई नेवता ना कोई चिट्ठी, बिन बुलाए ही करोड़ों लोगों का हर साल सैकड़ों-हजारों किमी दूर से यहां आना। एक अलौकिक उत्सव… जहां शब्द फीके पड़ जाते हैं। संगम के किनारे बालू की रेती पर आनंद लेना… इसे सिर्फ महसूस ही करके जाना जा सकता है।
घर बैठे उठाइए संगम स्नान का फल
इलाहाबाद। तीर्थराज प्रयाग के महाकुंभ में जो लोग किसी वजह से संगम स्नान का पुण्य नहीं उठा सके हैं, उनके लिए पछताने की जरूरत नहीं। अब पछतावा छोड़िए। खुशखबरी यह है कि महाशिवरात्रि के पर्व पर जहां भी हैं, वहीं से तीर्थराज प्रयाग और त्रिवेणी का मन में ध्यान कर स्नान करें। इससे महाकुंभ स्नान के बराबर पुण्य फल मिलेगा। शास्त्रों में भी इसका जिक्र स्पष्ट तौर पर मिलता है।
नींद से जागी सरकार, रेप-मर्डर के आरोपियों पर लगेगा रासुका
: डीएम से मांगी गई रिपोर्ट : इलाहाबाद। आखिरकार सूबे की सरकार की ढाई महीने बाद नींद खुली। जिले के शंकरगढ़ इलाके में रेप के बाद किशोरी को आग में जलाकर हत्या करने वालों पर सख्ती करने की कवायद शुरू हो गई है। इस जघन्य वारदात के आरोपियों पर जल्द ही रासुका लगाया जाएगा। प्रदेश शासन के गृह विभाग द्वारा डीएम से रिपोर्ट मांगने के बाद जिला प्रशासन ने रिपोर्ट तैयार करना शुरू कर दिया है। जल्द ही रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी।
साले की गुदगुदी से दुल्हा बना दुर्वासा, बैरंग लौटी बारात
इलाहाबाद। शादी का मंडप सजा था। बैंड बाजे और डीजे की धुन पर घराती-बाराती दोनों मस्ती में डांस कर रहे थे। सजी-संवरी नई नवेली दुल्हनियां को थोड़ी देर बाद ही मंडप में सात फेरे लेकर सपनों के राजकुमार की हमेशा के लिए हो जाना था। यह तो तैयारी का एक हिस्सा था पर भाग्य में तो कुछ दूसरा ही बदा था। द्वारचार के समय ही ‘तूफान’ आ गया। दूल्हे राजा दुर्वासा बन चुके थे। उनका रौद्र रूप देखने लायक था। आगे-आगे दूल्हे राजा पीछे-पीछे भागता एक किशोर। दोनों चकरघिन्नी बने भाग रहे थे। घराती-बराती के लिए यह सब किसी अजूबा से कम न था। लोग समझ ही ना पा रहे थे कि ये क्या हो रहा है।
कुंभमेला में बारिश का खलल, उजड़ा मेला, हजारों घर वापसी को मजबूर
इलाहाबाद। विश्व का सबसे बड़ा मेला प्रयाग का महाकुंभ। तैंतीस करोड़ देवी-देवताओं वाले इस धार्मिक मेले पर आखिरकार देवराज इंद्र भारी पड़ गए। पैंतीस किमी परिक्षेत्र में फैले इस धार्मिक मेला की अच्छी खासी रौनक बिगड़ गई। दो दिन की मूसलाधार बारिश ने गृहस्थ कल्पवासियों को छोड़िए, संत-महात्मा, मंडलेश्वर, महामंडलेश्वर, दंडी स्वामियों को मेला से वापसी को मजबूर कर दिया है। तीर्थराज प्रयाग के संगम तट पर कई मील दूर तक बसा धर्म का महानगर उजड़ने की ओर है। दो दिन पहले तक लाखों लोगों की भीड़ से गुलजार रहने वाली कुंभ नगरी में राहत कार्य जरूर चल रहे हैं पर वे नाकाफी हैं।
वर्दी पहने एसएसपी ने सबके सामने सपा महासचिव रामगोपाल यादव का चरण स्पर्श किया
समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्यसभा के सांसद रामगोपाल यादव के एटा में हो रहे एक कार्यक्रम में कुछ ऐसा दिखा जो चौंकाने वाला था। ड्यूटी पर तैनात एसएसपी अजय मोहन शर्मा कार्यक्रम में नेताजी के पैर छूते नजर आए। दरअसल, रामगोपाल यादव इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे और सपा नेताओं में उनके पैर छूने की होड़ मची हुई थी। लगे हाथों एसएसपी साहब ने भी रामगोपाल यादव के पैर छू लिए।