बंगलूरू। कर्नाटक के बाहुबली नेता और ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार पर स्टिंग करने गए TV9/NEWS9 के दो पत्रकारों को मंत्री द्वारा अपने गुंडों से पिटवाने और पुलिस के हवाले कर देने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार TV9/NEWS9 के दोनों पत्रकार, जिसमें एक महिला पत्रकार है, एक मामले में डीके शिवकुमार पर स्टिंग ऑपरेशन करने उनके घर गए हुए थे। पैसों के लेनदेन पर हो रही बातचीत के दौरान मंत्री को शक हो गया के उनका स्टिंग किया जा रहा है। मंत्री ने तुरंत अपने गुंडों को बुलवा कर दोनों को को पकड़वा लिया। मंत्री के गुंडों ने दोनो के साथ मारपीट की और दुर्व्यवहार किया। इसके बाद मंत्री ने पुलिस को बुला कर दोनों को उनके हवाले कर दिया।
मंत्री ने पुलिस में शिकायत की है के ये दोनों पत्रकार उन्हें रिश्वत देने कि कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने महिला पत्रकार को रिमांड होम भेज दिया तथा उसके साथी पत्रकार को पूरी रात हवालात में रखा। चूँकि मामला सरकार के बाहुबली मंत्री का है इसलिए पुलिस भी मीडिया की सुनने को तैयार नहीं है। चैनल के वकील काउन्टर कंप्लेंट करना चाहते थे लेकिन पुलिस उनकी सुन नहीं रही थी। बाद में पुलिस कमिश्नर के कहने पर चार घंटे बाद चैनल कि तरफ से काउन्टर कंप्लेंट लिखी गयी।
कर्नाटक में डीके शिवकुमार कि छवि एक बाहुबली और भ्रष्ट नेता कि है। चैनल का कहना है कि मंत्री के खिलाफ कई बिज़निसमैन द्वारा शिकायत कि गयी थी के मंत्री जी काम करने का मोटा पैसा मांगते हैं। इन्ही शिकायतों के आधार पर ये स्टिंग ऑपरेशन प्लान किया गया। इसके लिए चैनल की टीम द्वारा एक लन्दन बेस्ड फेक सोलर पॉवर कंपनी EnerGO POWER बनायीं गई। मंत्री को या किसी और को शक न हो इस लिए इस कंपनी की एक वेबसाइट भी बनायीं गयी थी।
मंत्री शिवकुमार से एक सोलर पॉवर प्लांट के सिलसिले में मीटिंग तय हुई थी। जिस पर बात करने के लिए दोनों पत्रकारों को मंत्री ने अपने घर बुलाया था। मंत्री सोलर पॉवर प्लांट का काम करने के लिए मोटी रकम की डिमांड कर रहे थे लेकिन 5 लाख रूपया पेशगी के तौर पर लेने को तैयार हो गए थे। डील पर बातचीत के दौरान मंत्री को शक हो गया के उनका स्टिंग किया जा रहा है और उन्होंने अपनी गर्दन फंसती देख दोनों पत्रकारों को पकड़वा दिया।
कल शाम मंत्री शिवकुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर महिला पत्रकार का नाम उजागर कर दिया। चैनल का कहना है के ऐसा करना अनएथिकल है। चैनल का कहना है कि ये किसी मीडिया चैनल द्वारा किया गया न तो पहला ऑपरेशन है न ही आखिरी। चूँकि डीके शिवकुमार रिश्वत के मामले में फंस रहे थे इसलिए उन्होंने उल्टा चैनल के पत्रकारों पर ही केस कर दिया। चैनल ने कहा है के वो भविष्य में भी सरकार में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करता रहेगा।
चैनल द्वारा जारी ईमेल
Dear All,
We at TV9/NEWS9 had conducted a sting operation to expose corruption in Karnataka. Our team posed as owners of EnerGo Power and met the Energy Minister of Karnataka, Mr DK Shivakumar, who demanded a hefty bribe for sanctioning a solar power plant. On Monday, our undercover reporters, comprising of a team head and a female journalist went to meet Mr DK Shivakumar with Rs 5 lakh. But Mr Shivakumar sensed it, and caught our team. The team was badly beaten, abused and manhandled. One of the journalists was a female reporter, but Mr DK Shivakumar's goons spared no thought while manhandling them. After that, they handed them over to the police.
In a press conference in the evening, Mr DK Shivakumar even went to the extent of NAMING THE FEMALE JOURNALIST, which is totally unethical.
This was not the first sting operation by any media channel, and definitely, it's not going to be the last. We had conducted the sting operation keeping public interest in mind. But Mr DK Shivakumar slapped a case against us only as retaliation. He has shot the messengers who were on an endeavour to expose corruption.
Please find a press release by NEWS9 and TV9 attached with this mail.
चैनल द्वारा जारी प्रेस रिलीज़
भड़ास तक अपनी बात पहुंचाने के लिए [email protected] पर मेल करें या नीचे बॉक्स में कमेंट करें।