बनारस में केजरीवाल का जिस तरह से प्रायोजित विरोध हो रहा है, वह भाजपा की घबराहट को दिखाता है। वे बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं और पछताएँगे। भाजपा और नमो समर्थकों में इतनी भी हिम्मत नहीं है कि वे सामने आकर अरविंद केजरीवाल का विरोध करें। लेकिन लोग देख और समझ रहे हैं। बनारस में विचारों की लड़ाई में नमो समर्थक लफ़ंगे इतने डरे हुए हैं कि सवालों को डरा-धमकाकर और स्याही फेंक कर चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल पर अंडे या स्याही फेंकने वाले नमो समर्थक पोंगापंथी-गुंडे नहीं जानते हैं कि वे बनारस के लोगों की चेतना का अपमान कर रहे हैं।
आनंद प्रधान की फेसबुक वॉल से साभार