गांधी शांति प्रतिष्ठान (नई दिल्ली) की ओर से एक दस दिवसीय पत्रकारिता एवं लेखन कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला प्रतिदिन दो घंटे (संध्या 5:30 से 7:30 तक) चलेगी. 19 अक्तूबर से 28 अक्तूबर 2013 तक चलने वाली यह कार्यशाला उन नवजवानों के लिए है जो पत्रकारिता या लेखन की दुनिया में कदम रखने वाले हैं या कदम रखने की सोच रहे हैं. यह उन नवजवानों के लिए भी है जो पत्रकारिता या लेखन को अपना कैरियर तो नहीं बनाना चाहते लेकिन किसी न किसी रूप में इस क्षेत्र से जुड़े रहना चाहते हैं.
पूरी तरह से हिंदी पत्रकारिता एवं लेखन पर केंद्रित इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है- इस क्षेत्र में आने वाली नई पीढ़ी के दिल-दिमाग में पत्रकारिता व लेखन की सार्थक दृष्टि पैदा करना तथा मूल्यों-आदर्शों एवं सरोकारों की भूमिका पर बहस को नई उर्जा प्रदान करना. इसमें देश के अनेक वरिष्ठतम पत्रकारों का वक्ता के रूप में भाग लेना अवश्यंभावी है.
कार्यशाला में प्रवेश हेतु प्रवेश फॉर्म वितरित होने लगा है तथा यह किसी भी दिन कार्यालय अवधि (सुबह 10 बजे से संध्या 5 बजे तक) में कार्यालय अधीक्षिका से प्राप्त किया जा सकता है. प्रवेश की अंतिम तिथि 10 अक्तूबर निर्धारित है लेकिन प्रवेश 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर हो रहा है और सीटें सीमित हैं. कार्यशाला में प्रवेश हेतु प्रवेश शुल्क के आलावा फॉर्म के साथ (या 10 अक्तूबर तक कभी भी) प्रत्येक प्रतिभागी को कम से कम दो सौ शब्दों में यह लिख कर जमा करना जरूरी है कि 'वह पत्रकारिता एवं लेखन की दुनिया से क्यों जुड़ना चाहता है'. विशेष जानकारी कार्यालय अधीक्षिका से अथवा फ़ोन नम्बर – (०११) २३२३७४९१ एवं २३२३७४९३ तथा मोबाइल – ९७१७०५२८६५ पर प्राप्त की जा सकती है.
अभय प्रताप
कार्यशाला संयोजक
प्रेस रिलीज